बीमा कर्मियों ने भी मणिपुर मे शांति बहाली की माँग की समूचे मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के कार्यालय में किए द्वार प्रदर्शन
July 26, 2023रायपुर -26 जुलाई l मणिपुर मे जारी बर्बर हिंसा के विरोध मे शांति बहाली व कानून का शासन स्थापित करने की माँग करते हुए सेन्ट्रल जोन इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन के आव्हान पर समूचे मध्य क्षेत्र में बीमा कर्मियों ने भोजनावकाश के दौरान द्वार प्रदर्शन कर मणिपुर मे हिंसा विशेषकर महिलाओं के साथ जारी दरिंदगी पर कडाई से रोक लगाते हुए तत्काल शांति बहाल किये जाने की माँग की l
रायपुर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, बिलासपुर, शहडोल, सतना, ग्वालियर सहित 140 से अधिक शाखा केंद्रों में भी यह प्रदर्शन आयोजित किया गया । इस क्रम मे रायपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाईज यूनियन द्वारा मंडल कार्यालय पंडरी सहित समस्त 16 शाखा इकाईयों मे भी द्वार प्रदर्शन किया गया l इसमे सैकड़ों बीमा कर्मचारी शामिल हुए l इसे संबोधित करते हुए सेन्ट्रल जोन इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन के महासचिव काम. धर्मराज महापात्र ने विगत 3 महीनों से मणिपुर मे जारी हिंसा एवं महिलाओं के साथ जारी हैवानियत को सभ्य समाज के लिए अत्यधिक शर्मनाक करार देते हुए मणिपुर की बीरेन सिंह सरकार को तत्काल बर्खास्त करने तथा उस प्रदेश में अविलंब शांति बहाल किये जाने की माँग की l इस पूरे घटनाक्रम पर प्रधानमंत्री की चुप्पी की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि मणिपुर मे शांति व्यवस्था बहाल करना राज्य के साथ केंद्र सरकार की भी जिम्मेदारी है l मणिपुर की डबल इंजिन वाली सरकार इस प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम करने में पूर्णत: विफल रही है l उन्होंने आरोप लगाया कि भारत की विविधता पूर्ण संस्कृति की अनदेखी कर इसे धर्म विशेष के राष्ट्र में तब्दील करने की की मुहिम ने देश की एकता को ही खतरे में डाल दिया है l मणिपुर में जनता के विभिन्न ग्रुपो में अविश्वास बढ़ रहा है और हर गुजरनेवाले दिन के साथ यह दरार चौडी होती जा रही है l इथनिक झगड़ों के कारण पूरा राज्य गहरे संकट में फंसा हुआ है l इंटरनेट बंद होने के कारण सही सूचनाये लोगों को उपलब्ध नही हो पाने से अफ़वाहें तेजी से बढ़ रही है l एक ऐसे वक्त जब एक प्रदेश में एक ही समुदाय के दो धड़े आपस में टकरा रहे हो तब एक सर्व समावेशी रणनीति तैयार करने की जिम्मेदारी राज्य व केंद्र दोनों सरकारों की हो जाती है l काम महापात्र ने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हिंसा प्रायोजित है और राज्य मौन है तथा यह घटना वर्तमान शासक पार्टी के आदिवासी विरोधी चरित्र को पूर्णत: स्पष्ट कर देती है l देशभर में जारी घृणा, नफरत व वैमनस्य की वर्तमान राजनीति का सबसे खतरनाक चेहरा मणिपुर मे देखा जा सकता है l देश भर के मेहनतकश माँग कर रहे है कि पीड़ितों को पर्याप्त सहायता प्रदान करते हुए राहत शिविरों में रह रहे लोगों की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित की जाये तथा हिंसा के दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाये l इस सभा का संचालन आर डी आई ई यू के महासचिव काम. सुरेंद्र शर्मा द्वारा किया गया, अध्यक्षता उपाध्यक्ष कामरेड राजेश पराते ने की l ऐसी ही सभा को भोपाल में सह सचिव पुषण भट्टाचार्य, इंदौर में संगठन के अध्यक्ष अजीत केतकर, ग्वालियर में सहसचिव बृजेश सिंह, शहडोल में स्वर्णेंदु दास, सतना में टी पी पांडे, बिलासपुर में राजेश शर्मा तथा जबलपुर में सहसचिव हीरालाल कुशवाह ने संबोधित किया ।