8 साल में मोदी के वायदों का क्या हुआ? मोदी के मंत्री भी नहीं बता पाते-कांग्रेस
June 4, 20228 साल में जनता से किया एक भी वायदा नहीं पूरा हुआ
रायपुर/04 जून 2022। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी सरकार के तीन केंद्रीय मंत्री छत्तीसगढ़ दौरे पर आये थे। तीनों ही मंत्री मोदी सरकार के 8 सालों के कामों का बखान करने आये थे लेकिन इन आठ सालों में मोदी सरकार ने प्रदेश के हित में क्या काम किया, दोनों ही मंत्री कुछ बताने के स्थिति में नहीं थे। देश की जनता मोदी और भाजपा से जानना चाहती है, केंद्र में सरकार चलाते 8 साल पूरे हो गये इन आठ सालों में उन वायदों का क्या हुआ जो मोदी और भाजपा ने देश की जनता से चुनाव के पहले किया था। अच्छे दिन मोदी के खुद के और उनके उद्योगपति दो मित्रों के आये, देश की जनता तो बुरे दौर से गुजर रही।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बहुत हुई महंगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार का नारा देने वाली भाजपा के राज में महंगाई आजादी के बाद सबसे ऊंचे स्तर पर है। पेटोल, डीजल, रसोई गैस, खाद्य तेल सभी के दाम बेतहाशा बढ़ गये हैं। सब्जियों की माला पहन कर प्रदर्शन करने वाली स्मृति ईरानी की बोलती बढ़ती महंगाई पर क्यों बंद है? मोदी सरकार महंगाई रोकने में नाकाम साबित हुई है। मोदी के मंत्री बतायें महंगाई पर नियंत्रण के लिये मोदी सरकार क्या कर रही है? मोदी ने वायदा किया था विदेश से इतना काला धन लायेंगे कि हर नागरिक के खाते में 15 लाख आयेंगे। मोदी के मंत्री बतायें मोदी सरकार ने 8 साल में विदेश से कितना काला धन लाई और नागरिकों के खाते में 15 लाख कब आयेंगे? मोदी ने 2014 के चुनाव में वायदा किया था कि हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे, मोदी के मंत्री बतायें 8 सालों में किन 16 करोड़ युवाओं को मोदी सरकार ने रोजगार दिया? मोदी राज में बेरोजगारी दर आजादी के बाद सबसे ऊंची है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी ने 2014 में वायदा किया था 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कर देंगे, 2022 का आधा साल भी पूरा हो गया मोदी सरकार ने दूसरे कार्यकाल का भी आधा से अधिक समय पूरा कर लिया, मोदी के मंत्री बतायें किसानों की आय कब दोगुनी होगी? मोदी ने इसके लिये क्या कार्ययोजना बनाई है? आय दोगुनी होना तो दूर मोदी के राज में किसानों को उनकी उपज की पूरी कीमत भी नहीं मिल रही है। किसान समर्थन मूल्य की मांग करते रहे, आंदोलन को विवश हुये, मोदी सरकार किसानों पर अत्याचार करती रही।