पैसा दो और शराब आराम से बेचो ..इस जिले के पुलिस आरक्षक ने की शराब कोचिए से पैसे की मांग, DSP ने दिया जांच का आदेश..

पैसा दो और शराब आराम से बेचो ..इस जिले के पुलिस आरक्षक ने की शराब कोचिए से पैसे की मांग, DSP ने दिया जांच का आदेश..

May 29, 2022 0 By Central News Service

बलौदाबाजार 29 मई 2022 /छत्तीसगढ़ कि जनता जहां पुरे राज्य में शराब बंदी कि मांग कर रहे है वही पुलिस आरक्षक शराब कोचिए को आराम से शराब बेचने कि बात कर रहे है। इससे यह साबित होता है कि पुलिस विभाग को अवैध शराब कोचियों के साथ मिली भगत रहता है। वैसी ही बलौदाबाजार जिले एक पुलिस आरक्षक का कथित ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें पुलिस आरक्षक शराब बेचने वाले से पैसे की डिमांड कर रहा है । यह पहला मौका नहीं है जब जिले में इस प्रकार की घटना सामने आई है इसी हफ्ते एक और प्रार्थी ने जिले के पुलिस कप्तान को आवेदन दिया है कि उसे झूठे केस में फंसाने के लिए दो पुलिस आरक्षकों ने एक लाख रुपये की डिमांड की मांग की है । अब बलौदा बाजार जिले के भटगांव थाना के पुलिस आरक्षक दिलीप तेंदुए ने एक शराब कोचिये से पैसे की डिमांड की है ऐसा ऑडियो में बताया जा रहा है । लेकिन जांच कि सत्यता सामने नहीं आ जाती तब तक किसी प्रकार कह पाना संम्भव नहीं है।

कथित ऑडियो में पुलिस आरक्षक दिलीप और शराब कोचिये के बीच शराब बेचने को लेकर सेटिंग की बात की जा रही है । पुलिस आरक्षक द्वारा 15 हजार रुपए की मांग कथित ऑडियो में की जा रही है वहीं शराब कोचिए के द्वारा 10 हजार रुपए तक देने की बात कही जा रही है । ऐसे में सवाल यह उठता है कि जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली पुलिस कप्तान के जिले में इतनी बड़ी – बड़ी घटनाएं कैसे पुलिस आरक्षक कर दे रहे हैं?

आपको बताते चलें कि जिले में इन दिनों चोरों के हौसले इतने बुलंद है कि लगातार एक के बाद एक चोरी, चोर कर रहे हैं । कथित ऑडियो में शराब बेचने वाला पुलिस आरक्षक से कह रहा है कि ‘पानी में रहकर मगरमच्छ से बैर नहीं किया जा सकता’ । इसलिए वह पैसा देने के लिए तैयार है ।

कच्ची शराब का अड्डा रहा है जिला

एक तरफ सरकार जहां शराबबंदी की बात करती है तो वहीं बलौदा बाजार जिले के कसडोल से लेकर सरसींवा के हर एक गांव में आपको कच्ची महुआ की शराब उपलब्ध हो जाएगी । ग्रामीणों का कहना है कि बलौदा बाजार जिले के कसडोल से लेकर सरसींवा तक के क्षेत्र को अवैध महुआ शराब का अड्डा कहा जाता है । कसडोल थाने से लेकर सरसींवा के हर एक गांव की गलियों में आपको कच्चे महुआ शराब बिकते आसानी से मिल जाएगा । ऐसे में सवाल यह उठता है कि पुलिस आखिर इन शराब के बड़े तस्करों के तक क्यों पहुंच नहीं पाती है? जब गांव के एक आम आदमी को पता है कि शराब कच्ची महुआ शराब कहां से आ रही है, तो फिर आखिर पुलिस को कैसे पता नहीं चल पाता कि इतनी बड़ी मात्रा में अवैध महुआ शराब आखिर कहां से आ रहा है?

ASP ने क्या कहा?

जिले के एडिशनल एसपी पितांबर पटेल ने कहा कि जो ऑडियो वायरल हो रही है उसकी जांच की जाएगी और अगर आरक्षक दोषी पाए जाते तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी । वहीं बयां थाना के मामले में भी एडिशनल एसपी पितांबर पटेल ने जानकारी देते कहा कि DSP लेवल की जांच टीम बिठाई गई है और अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो किसी को बख्शा नहीं जाएगा ।