
सचिव ने किया 6 लाख रुपए का फर्जी आहरण.. ग्रामीणों कि शिकायत पर मामला का उजागर..
January 31, 2022महासमुंद 31 जनवरी 2022/ मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के सख्त निर्देश के बावजूद भी ग्राम पंचायत सरपंच एवं सचिव ने ग्रामीणों के द्वारा विकास कार्यों पर हमेशा धांधली देखी जा रही है आज ऐसा हि मामला सामने आया है जो कि ग्रामीणों ने हि स्वयं सचिव एवं सरपंच पर धांधली का पड़ताल करने के बाद आरोप लगाते हुए जांच के आदेश पर दोषियों के ऊपर सख्त कार्रवाई कि मांग कर रहे है।
पुरा मामला कुछ इस प्रकार है पिथौरा विकासखंड के ग्राम चरौदा के सरपंच-सचिव द्वारा करीब 6 लाख रुपए के फर्जी आहरण की शिकायत के बाद स्थानीय जनपद पंचायत ने सचिव को निलंबित कर सरपंच को भी निलंबित करने की धारा 39 के तहत कार्रवाई के लिए एक अनुशंसा पत्र स्थानीय एसडीएम के समक्ष प्रस्तुत किया है। ज्ञात हो कि पिथौरा जनपद की अनेक ग्राम पंचायतों में फर्जी आहरण कर शासकीय राशि मे गड़बड़ी की शिकायत अब आम हो चुकी है। स्थानीय जनपद अधिकारी प्रदीप प्रधान ने इस प्रतिनिधि को बताया कि ग्राम पंचायत चरौदा के सरपंच पांडुराम बरिहा के द्वारा ग्राम पंचायत की बैठक आयोजित नहीं करने एवं 15वें वित्त की राशि का बिना पंचायत प्रस्ताव के ऑनलाइन भुगतान कराने में लापरवाही बरतने के कारण छग पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 39 के तहत निलंबन की कार्रवाई करने के संबंध में स्थानीय एसडीएम के समक्ष अनुशंसा पत्र भेजा गया है।
वहीं सचिव को प्रथम दृष्टया लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया है। ग्राम पंचायत चरौदा के पंचों द्वारा सचिव पन्नालाल कंवर एवं सरपंच पाण्डुराम बरिहा के विरूद्ध की गई शिकायत के संबंध में 25.01.2022 को ग्राम पंचायत भवन चरौदा में उपस्थित होकर सरपंच-सचिव एवं शिकायतकर्ताओं के बयान लिया गया है. उक्त बयानों का प्रारम्भिक रूप से परीक्षण एवं जांच करने पर पाया गया कि ग्राम पंचायत चरोदा के सरपंच पाण्डुराम बरिहा द्वारा दिए गए बयान अनुसार ग्राम पंचायत चरौदा में सरपंच एवं सचिव के द्वारा पिछले 1 वर्ष से ग्राम पंचायत की मासिक बैठक एवं ग्रामसभा बैठक आयोजित नहीं की गई है।
15वें वित्त मद के तहत ग्राम पंचायत की बिना पंचायत प्रस्ताव किए ग्राम पंचायत के बैंक खाते से कुल राशि 35100000 रुपए भुगतान एवं 05.01.2022 को कुल राशि 153520 रुपए डीएससी के द्वारा ऑनलाइन फर्जी ढंग से भुगतान कराया गया है जो कि उक्त भुगतान की गई राशि की एन्ट्री ई ग्राम स्वराज पोर्टल में दर्ज होना पाया गया है।
इस प्रकार ग्राम पंचायत चरौदा के सरपंच-सचिव द्वारा 15वें वित्त मद की शासकीय राशि का दुरुपयोग कर अनियमितता की गई है. ग्राम पंचायत चरौदा के सरपंच-सचिव को ग्राम पंचायत की बैठक, ग्रामसभा की बैठक का आयोजन नहीं करने एवं 15वें वित्त राशि का दुरूपयोग किए जाने के कारण संयुक्त रूप से दोषी होना पाया गया है।

ग्रामीणों ने की थी शिकायत
ग्राम पंचायत चरौदा के ग्रामीणों एवं पंचों ने एक साथ उक्त शिकायत जिला पंचायत में की थी. शिकायत के बाद स्वयं जिला सीईओ चरौदा पहुंचकर मामला संज्ञान में लिया था इसके बाद जिला सीईओ ने पिथौरा जनपद अधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए थे. ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत के अनुसार ग्राम पंचायत चारौदा में सचिव पन्नालाल कवर के कार्यभार लेने से अब तक लगभग 1 वर्ष तक गांव में ग्राम सभा नहीं हुआ है, लेकिन सरपंच पण्डुराम बरिहा, सचिव पन्नालाल कंवर के मिलीभगत से 15वें वित्त और पेंशन राशि आहरण हो चुका है।
किन्तु पेंशन राशि वितरण नहीं किया गया है मानदेय राशि भी नहीं दी गई है. ग्रामीणों के अनुसार इसके संबंध में 17.08.21 को सूचना दे चुके हैं. परन्तु पिथौरा जनपद द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. बाद ग्रामीणों ने जिला पंचायत सीईओ के पास शिकायत की थी. शिकायत में बताया गया है कि सरपंच-सचिव द्वारा 240000, 90000, 20000 और 11000 रुपए का फर्जी आहरण कबूला गया है, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. दिनांक 05.01.22 को लगभग 2 लाख रुपए फर्जी प्रस्ताव कर फिर रुपए निकाला गया है।

