
श्रम कानून में बदलाव सहित 16 सूत्रीय मांगों पर दवा प्रतिनिधि रहे देश भर में हड़ताल पर
January 19, 2022दवा एवं विक्रय प्रतिनिधियों के अखिल भारतीय संगठन एफएमआरएआई के आह्वान पर आज 19 जनवरी 2022 को देश भर के दवा प्रतिनिधि केंद्र सरकार द्वारा श्रम कानूनों को बदलकर श्रम संहिता में तब्दील करने सहित16 सूत्रीय मांगो को लेकर आज पूरे देश में हड़ताल पर एकदिवसीय हड़ताल पर रहे। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में भी यह हड़ताल अभूतपूर्व रूप से सफल रही । उल्लेखनीय है कि आज के पूरे देश में सीटू तथा किसान संगठन मिलकर देश में मजदूरों के द्वारा संयुक्त रूप से 1982 में ट्रेड यूनियनों की पहली देशव्यापी संयुक्त हड़ताल के 40 वर्ष पूरे होने पर मजदूर, किसान एकता दिवस के रूप भी मना रहे हैं । उस पहली राष्ट्रीय संयुक्त हड़ताल में कई स्थानों पर जबरदस्त हमले व गोलीचालन हुआ था जिसमे कई साथी शहीद हुए थे । सीटू के राज्य सचिव काम धर्मराज महापात्र ने भी हड़ताली केंद्र पंहुचकर हड़ताल की अभूतपूर्व सफलता के लिए साथियों को बधाई दी और 1982 के शहीद साथियों को याद किया । संगठन के सचिव प्रदीप मिश्रा के अनुसार हड़ताल में पूरे देश सहित रायपुर ,धमतरी और जगदलपुर के 2500 दवा प्रतिनिधि आज किसी भी प्रकार का कम्पनी का कार्य नहीं किए। इस अभूतपूर्व हड़ताल को सफल बनाने के लिए इकाई के सचिव प्रदीप मिश्रा ने सभी साथियों को क्रांतिकारी धन्यवाद दिया और केंद्र सरकार,राज्य सरकार और न्योक्ताओ से 16 सूत्रीय मांगों को पर सकारात्मक कदम उठाने की मांग की । उन्होंने कहा कि सरकार और कंपनियां दवाओ को जीएसटी मुक्त करने तथा 44 श्रम कानूनों को बहाल करने एवं सेक्शन 2एस को लागू करने पर तत्काल विचार करे तथा हमारी जायज मांगो पर ध्यान देकर अतिशीघ्र पूरा करे। यदि मांगे नहीं मानी जाती तो भविष्य में और उग्र आंदोलन किए जायेंगे।

