बच्चे ही राष्ट्र की बुनियाद है – सुनीता देवदत्त
November 15, 2021महासमुंद 15 नवंबर 2021/ “बाल दिवस का उद्देश्य पं. नेहरू को श्रद्धांजलि देने के अलावा बच्चों के अधिकारों, देखभाल और शिक्षा के प्रति जागरूकता को बढ़ाना भी है. जवाहरलाल नेहरू कहते थे कि आज के बच्चे कल का भारत बनाएंगे. जिस तरह से हम उन्हें पालेंगे, वही देश का भविष्य तय करेगा. उन्होंने बच्चों की सर्वांगीण शिक्षा की वकालत की जिससे भविष्य में एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके. नेहरू जी बच्चों को राष्ट्र की असली ताकत और समाज की नींव मानते थे. बच्चे ही राष्ट्र की बुनियाद है।” उक्त उद्गार थे मिडिल स्कूल खरोरा में आयोजित बाल दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से सरपंच सुनीता देवदत्त चंद्राकर कि।
कार्यक्रम का प्रारंभ ज्ञान की देवी मां सरस्वती और पंडित नेहरू के छाया चित्र पर दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्था प्रमुख उमेश भारती गोस्वामी ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। इसलिए हमें सभी बच्चों की शिक्षा की तरफ ध्यान देना चाहिए। बाल श्रमरोधी कानूनों को सख्ती से लागू किये जाने की जरूरत है। बाल श्रमिकों की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही है। इन बच्चों का सही स्थान कल-कारखानों में नहीं बल्कि स्कूल है।
विशिष्ट अतिथि शाला प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष खेलन चंद्राकर ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास से ही देश का विकास संभव है। इस अवसर पर शालेय विद्यार्थियों द्वारा नेहरू जी के जीवन दर्शन पर आधारित गीत, कविता, भाषण आदि की प्रस्तुति दी। छत्तीसगढ़ी संस्कृति के कार्यक्रम सुआ नृत्य व राउत नाचा मनमोहक प्रस्तुति रही। कार्यक्रम का संचालन भूमिका चंद्राकर व ऋषभ चंद्राकर ने संयुक्त रूप से किया। आभार प्रदर्शन संस्था के शिक्षक दुबे लाल पटेल ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती रामेश्वरी ध्रुव, इंडियन कॉलेज के छात्राध्यापक गण, छात्र-छात्राएं और सफाई कर्मचारी रामप्रसाद का सराहनीय योगदान रहा।