रायपुर-झीरम कांड पर राज्यपाल का तीखी प्रहार- मैं राज्यपाल हूं , डाकिया नहीं कि, सभी का पोस्ट करती रहुं- राज्यपाल अनुसुइया उइके,

रायपुर-झीरम कांड पर राज्यपाल का तीखी प्रहार- मैं राज्यपाल हूं , डाकिया नहीं कि, सभी का पोस्ट करती रहुं- राज्यपाल अनुसुइया उइके,

November 14, 2021 0 By Central News Service

रायपुर 14 नवंबर 2021/ छत्तीसगढ के राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके ने राज्य सरकार एवं विपक्ष पर झीरम कांड पर कही कि मैं एक राज्यपाल हूं , कोई डाकिया नहीं कि इसकी खबर उसके तक पहुंचाऊं, स्वयं शासन कर रहे है और आप विपक्ष में है, निर्भीकता होकर सामने आए और जांच कि सत्यता को स्वीकार कर प्रदेश कि जनता को जवाब दें। मुझे जितना कार्य सौंपे हैं मैं ने किया, बाकी आप दोनों पार्टी आपस में बातचीत कर , जनता को रिपोर्ट प्रत्यक्ष करें।

 दरअसल बिरसा मुंडा जयंती कार्यक्रम में शामिल होने बिलासपुर पहुंचीं प्रदेश की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने झीरम आयोग की जांच रिपोर्ट लीक होने के राज्य सरकार के बयान पर तीखा जवाब दिया है।

राज्यपाल अनुसुइया उइके ने  पत्रकारों से चर्चा करते हुए झीरम आयोग की रिपोर्ट को लेकर कहा कि मैं कोई पोस्टमेन तो नहीं, जो यहां से रिपोर्ट लेकर वहां पहुंचा दूं। आयोग की रिपोर्ट जब मुझे सौंपी गई, तो मैंने उसे अपने लीगल एडवाइजर से पूछा, तो उन्होंने बताया कि रिपोर्ट सरकार को सौंप दी जाए और मैंने सरकार को रिपोर्ट सौंप दी।


इस मामले में राज्यपाल ने कहा कि मुझे खुद कुछ नहीं मालूम कि मुझे रिपोर्ट क्यों सौंपी गई है। रिपोर्ट में कुछ ऐसी बात नही है , मैंने उसे पढ़ा भी नहीं था। मेरे भी कुछ अधिकार हैं और कानून से मिले मुझे मेरे अधिकार का प्रयोग करते हुए मैंने अपने लीगल एडवाइजर से इस मामले में बात की। 


उन्होंने मुझे रिपोर्ट सरकार को देने के लिए कहा कि और मैंने रिपोर्ट सरकार को दे दी, मुझे तो रिपोर्ट ओपन ही मिला है, वो रिपोर्ट भी 10 वॉल्यूम में 4 हजार 184 पन्नों का था। मैंने रीगल एडवाइजर के मुताबिक रिपोर्ट सरकार को सौप दी।
लीक होने के मामले में राज्यपाल ने कहा कि मुझे लीक वाली बात नहीं मालूम, क्योकि रिपोर्ट मुझे मिली और मैंने सरकार को सौंपी तो लीक कैसे हो गई, ये वही बताए जो लीक की बात कह रहे हैं।


बता दें कि झीरम घाटी आयोग की रिपोर्ट हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने पिछले दिनों राज्यपाल अनुसुइया उइके को सौंपी थी। उसके बाद से ही लगातार इस मामले में पक्ष विपक्ष आमने-सामने हैं। दोनों ही पार्टी के बड़े नेता लगातार इस मामले में बयानबाजी के साथ ही एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।