जनसंगठनों व माकपा ने लखीमपुर के शहीदों को दी श्रद्धांजलि केंद्रीय मंत्री की बर्खास्तगी और कृषि कानून वापसी की मांग

जनसंगठनों व माकपा ने लखीमपुर के शहीदों को दी श्रद्धांजलि केंद्रीय मंत्री की बर्खास्तगी और कृषि कानून वापसी की मांग

October 12, 2021 0 By Central News Service

रायपुर । लखीमपुर नरसंहार के खिलाफ माकपा, सीटू, आर डी आई ई यू, सहित विभिन्न जनसंगठनों के कार्यकर्ताओं ने संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा के देशव्यापी शहीद किसान दिवस के आव्हान के तहत अमर शहीद भगत सिंह की शंकर नगर स्थित प्रतिमा के समक्ष श्रद्धांजलि सभा आयोजित की ।

यहां हुई सभा को सीटू के राज्य सचिव धर्मराज महापात्र, संयुक्त ट्रेड यूनियन कौंसिल के सचिव एस सी भट्टाचार्य, प्रदीप गभने, अलेकजेंडर तिर्की ने संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में शांतिपूर्वक विरोध कर रहे किसानों की हत्या को सबसे भीषण हत्या करार दिया । उन्होंने कहा कि इस घटना ने जनरल डायर और जलियांवाला बाग की याद दिला दी। वक्ताओं ने कहा कि केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने जानबूझकर किसानों के ऊपर अपना वाहन चलाकर किसानों की हत्या कर दी। उल्लेखनीय है कि शहीद साथी लवप्रीत सिंह, दलजीत सिंह, नछत्तर सिंह, गुरविंदर सिंह और पत्रकार रमन कश्यप की 3 अक्टूबर को तिकुनिया में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री, अजय मिश्रा के 3 वाहनों से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि किसानों और कृषि श्रमिकों की आजीविका की कीमत पर कॉर्पोरेट विकास में मदद करने के लिए आरएसएस-बीजेपी की सरकार की प्रतिबद्धता के खिलाफ इस नरसंहार ने लोगों मे नाराजगी की एक नयी चिंगारी जला दी है।

ऐसा लगता है कि कॉरपोरेट समर्थक सत्तारूढ़ वर्तमान सरकार किसी भी कीमत पर अपने आकाओं की सेवा करने के लिए पूरी तरह से तत्पर है। इसलिए इस फासीवादी सत्ता ने कृषि कानूनों को निरस्त करने की माँगों को मानने के बजाय खुले दमन का सहारा लिया है ।

इस सभा के माध्यम से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को तुरंत बर्खास्त करने और उनके विरूद्ध हिंसा उकसाने तथा साप्रदायिक विव्देष फैलाने का मुकादमा दर्ज करने, मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा के सहयोगी साथी गुंडों पर भी हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हे गिरफ्तार करने,
इस घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में विशेष एस आई टी से कराए जाने और शहीद परिवारों को एक करोड़ रूपये तथा नौकरी के साथ घायलों को 25 लाख का मुआवजा दिए जाने की मांग की गई ।
प्रदर्शन में प्रमुख रूप से धर्मराज महापात्र, एस सी भट्टाचार्य, अलेकजेनडर तिर्की, वी एस बघेल, चंद्रशेखर तिवारी, मारुति डोंगरे, ललित वर्मा, संदीप सोनी, निसार अली, के के साहू, पी डी सोनवानी, ऋषि मिश्रा,आर के गोहिल, विकास वर्मा, टी के मिश्रा, ए आर खान, आर्थो, पुनीत राम साहू, सूर्या यादव, चंद्रशेखर तिवारी, राजेश यादव, सुभाष साहू, गजेंद्र पटेल, देवेंद्र सोरी, डी सी मजूमदार, साजिद रजा , अजय कन्नोजे, शेखर नाग, सुखेंद्र साहू, सतीश ठाकुर सहित सैकड़ों लोग शामिल थे । इसके बाद केंडल जलाकर सभी शहीद किसान साथियों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई ।