हॉस्पिटल संचालक को अगवा करने वाले पांच आरोपी गिरफ्तार … संचालक कोरोना काल में 7 करोड़ कि कमाई पर नहीं दिए थे कमीशन…
September 24, 2021
बिलासपुर 24 सितंबर 2021/वसंत विहार चौक राजकिशोर नगर पर स्थित स्काई हॉस्पिटल के संचालक प्रदीप अग्रवाल का अपहरण करने के आरोपी दो डॉक्टरों और उनके तीन सहयोगियों को पुलिस ने मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसे आज बिलासपुर लाएं जाएंगे।
आपको बता दें कि स्काई हॉस्पिटल संचालक का 19 सितंबर रविवार को शाम करीब 4 बजे हॉस्पिटल से कुछ दूर मोपका के एक सैलून के बाहर से धारदार हथियार की नोक के बल पर अपहरण किया गया था। अपहरण कर्ता उसे रतनपुर केंदा, पेंड्रा रोड, होते हुए कार से मुरादाबाद लेकर गए थे। मुरादाबाद पहुंचने से पहले रास्ते में कार का नंबर भी बदल दिए थे पहले नंबर प्लेट सीजी का था आरोपी पुलिस को शक ना हो इसलिए मुरादाबाद पहुंचने से पहले युपी का नंबर प्लेट लगा दिया गया।
अपहरण में स्काई हॉस्पिटल में ही कोरोना काल के दौरान काम करने वाले दो डाक्टरों शैलेंद्र मसीह और डॉक्टर मोहम्मद आरिफ , टेक्निशियन फिरोज खान , ड्राइवर रिजवान एवं उनके अन्य साथी आरिफ मुरादाबाद शामिल रहे। अपहरण के बाद ही सुराग लेकर पुलिस आरोपियों का पीछा करते हुए मुरादाबाद पहुंची थी, मगर वे अपने ठिकानों में नहीं मिले। इस दौरान आरोपियों को पुलिस द्वारा तलाशी शुरू करने का पता चल गया और उन्होंने मंगलवार की देर रात दिल्ली एयरपोर्ट पर हॉस्पिटल संचालक को लाकर छोड़ दिया। अपने परिजनों को एयरपोर्ट से सूचना देकर हॉस्पिटल संचालक ने रायपुर के लिए टिकट बनवाई और बुधवार को वह सुरक्षित बिलासपुर पहुंच गए। पुलिस को उन्होंने बताया कि उससे आरोपियों ने 16 कोरे चेक, स्टांप पेपर और इकरारनामा पर दस्तखत कर आए हैं।
इधर हॉस्पिटल संचालक के मिलने के बाद भी पुलिस का तलाशी अभियान जारी रहा और मुरादाबाद में टीम डटी रही। पता चला है कि गुरुवार को अगवा करने वाले सभी पांच आरोपियों को पुलिस ने मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया और वहां स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में उनका बयान दर्ज कराया गया है। पुलिस आरोपियों को लेकर बिलासपुर रवाना हुई है।
यह बात सामने आई है कि इन डॉक्टरों ने हॉस्पिटल संचालक का अपहरण कोविड-19 संक्रमण से भर्ती मरीजों के इलाज के समय लगभग 7 करोड़ रुपए का बिल पर कमीशन नहीं मिलने की वजह से किया था। हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ भारी भरकम बिलिंग की कई शिकायतें कलेक्टर, एसपी, सीएमएचओ आदि को की गई थी, लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। अब एसपी ने कहा है कि हॉस्पिटल के खिलाफ आई शिकायतों की जांच कराई जाएगी।
कोरोना काल में कमाई किए लगभग 7 करोड़ रुपए कि वजह से संचालक का अपहरण किया गया था। फिलहाल पांचों आरोपी बिलासपुर नहीं लाएं जाएंगे तब तक स्पष्ट नही हो पाएगा।