धर्मांतरण के नाम पर भावनायेंं भड़काकर विषयांतरण का भाजपा का प्रयास भी जनता ने नकारा

धर्मांतरण के नाम पर भावनायेंं भड़काकर विषयांतरण का भाजपा का प्रयास भी जनता ने नकारा

September 15, 2021 0 By Central News Service

किसानों के नाम पर भाजपा का छत्तीसगढ़ के इतिहास का विफलतम धरना प्रदर्शन

13 सितंबर का मंडल स्तर और 14 सितंबर का जिला स्तर पर भी भाजपा का धरना प्रदर्शन फ्लाप शो

छत्तीसगढ़ के किसानों ने भाजपा को समर्थन देना छोड़ दिया है : त्रिवेदी

रायपुर/15 सितंबर 2021। प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा को धर्मांतरण के नाम पर भावनायें भड़काकर विषयांतरण का भाजपा का प्रयास भी जनता ने नकारा। छत्तीसगढ़ के किसानों ने भाजपा को समर्थन देना पहले ही छोड़ दिया है। भाजपा को धरना तब करना था जब मोदी सरकार ने कहा था किसानों को 2500 रू. मत दो। तब तो किसानों के लिये भाजपा ने एक चिट्ठी भी नहीं लिखी। भाजपा के द्वारा खाद और सूखा के नाम धरने से भाजपा की किसानों को लेकर की जा रही राजनीति और किसान विरोधी चरित्र दोनों बेनकाब हो गये है। छत्तीसगढ़ के किसान इस बात को समझ गये है कि भाजपा की केन्द्र सरकार ने ही खाद कम भेजकर छत्तीसगढ़ मे खाद का अभाव निर्मित किया है।  इसी मुददे पर भाजपा के आंदोलन से भाजपा की ही केन्द्र सरकार का ही छत्तीसगढ़ विरोधी, धान विरोधी, किसान विरोधी चरित्र बेनकाब हो चुका है। पर्याप्त बारिश से भाजपा के सुखे के मुददे की हवा निकल गयी।

भाजपा द्वारा स्तरीहीन  किसानों के नाम पर 13 सितंबर को ब्लाकों और मंडलों में और 14 सितंबर को जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन को विफल करार देते हुये प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि किसानों के नाम पर भाजपा का प्रदर्शन फ्लाप शो रहा। अनेक जगह धरना स्थलों में भाजपा के नेताओं में आपसी मारपीट और झूमाझटकी होती रही।

प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा सरकार में धमतरी में किसानों पर किया गया बर्बर लाठीचार्ज अभी तक छत्तीसगढ़ के लोग नहीं भूले है। भाजपा सरकार में ही अभनपुर के किसान की अश्रुगैस का गोला फटने से मौत की घटना सबका अभी तक याद है। अभनपुर में पुलिस की अश्रुगैस लाठी से किसान केजूराम बारले की मौत हो गयी। आरंग के रीवा गांव का किसान गोकुल साहू सहित सैकड़ों किसान खेतों को पानी नहीं मिलने के कारण और कर्ज के बोझ तले आत्महत्या कर चुके है। हजारों किसानों ने भाजपा के 15 साल के शासनकाल में आत्महत्या की है। भाजपा अपने किसान विरोधी रवैये का फल भुगत रही है और किसानों ने भाजपा पर भरोसा करना बंद कर दिया है। भाजपा ने धान खरीदी पर घोटाले किये है। किसानों को लूटा है। घोटाला और लूट पर रोक लगी है। इसलिये भाजपा द्वारा किसानों का मुखौटा लगाकर आंदोलन करने की कोशिश को जनता ने नकार दिया।

प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि दरअसल भाजपा की किसानों को लेकर की जा रही राजनीति और किसान विरोधी चरित्र बेनकाब हो चुकी है। जब राज्य में भाजपा की रमन सरकार थी तब मोदी सरकार ने कहा था 300 रू. बोनस नहीं देना है तो भाजपा सरकार चिट्ठी लिखकर रह गयी। न किसानों को बोनस दिया न मोदी सरकार के खिलाफ धरना दिया। जब मोदी सरकार ने 300 रू. बोनस देने से रोका तब भाजपा खामोश रही। जब छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने कहा कि धान का दाम 2500 रू. देंगे और मोदी सरकार ने रोका तब भी भाजपा ने इस किसान विरोधी फैसले के खिलाफ धरना नहीं दिया। किसानों के हितैषी होते तो तब भी धरना देते। एक बार भी भाजपा ने छत्तीसगढ़ के किसानों के लिये एक चिट्ठी भी नहीं लिखी। 17 लाख किसानों ने केन्द्र की मोदी सरकार को पत्र लिखा लेकिन भाजपा ने तो धरना देना तो दूर एक चिटी लिखना तक जरूरी नहीं समझा। भाजपा के लोकसभा सदस्यों में से कोई भी किसानों के साथ खड़ा नहीं हुआ। छत्तीसगढ़ के किसान और गांवों के लोग भाजपा के किसान विरोधी चरित्र को बखूबी समझ चुके है।