शिक्षक दिवस विशेष- डॉ. राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक – सुनीता देवदत्त
September 6, 2021महासमुंद 06 सितंबर 2021/“डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन प्रख्यात शिक्षाविद, महान दार्शनिक और एक आस्थावान हिन्दू विचारक थे। उनके इन्हीं गुणों के कारण भारत सरकार ने उन्हें सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया था। उनके जन्मदिन 5 सितम्बर को ही शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने अपने जीवन का प्रारंभ एक शिक्षक से करके सर्वोच्च संवैधानिक पद राष्ट्रपति पद पर सुशोभित हुए।” उक्त उद्गार थे शिक्षक दिवस के अवसर पर खरोरा में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि के आसंदी से सरपंच सुनीता देवदत्त चन्द्राकर के।
इस अवसर पर पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक उमेश भारती गोस्वामी ने कहा “स्वाभिमानी शिक्षक ही स्वाभिमानी राष्ट्र का निर्माण करता है। शिक्षक की भूमिका समाज के पथ प्रदर्शक के रूप में सदैव अग्रणी रहा है। वह नौनिहालों को गढ़कर राष्ट्र के भावी नागरिक के रूप में तैयार करके राष्ट्र निर्माण में अपनी सराहनीय भूमिका का निर्वहन करता है,, इसीलिए शिक्षक को राष्ट्र निर्माता कहा जाता है। इस अवसर पर वरिष्ठ शिक्षक डोमार साहू, मोना चंद्राकर, रामेश्वरी ध्रुव, दुबे लाल पटेल, चंद्रकांत चंद्राकर, गायत्री चंद्राकर, प्रीति तिवारी, माया भोंसले, डोमेश्वरी गजेंद्र, ओम प्रकाश शर्मा, कमल नारायण बंजारे, डिगेश्वरी कुर्रे, नीलम कोसरे, भूमिका विश्वकर्मा, लता चंद्राकर, तनु चंद्राकर, वैष्णवी कुर्रे, माधुरी पटेल, विष्णु राम चंद्राकर, रामप्रसाद चंद्राकर, महेंद्र सूर्यवंशी का श्रीफल व कलम भेंटकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती चंद्राकर द्वारा सभी शैक्षणिक संस्थाओं को पौधाऔ भेंट किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन पंचायत सचिव चंद्रमणि चंद्राकर व शिक्षक दुबे लाल पटेल ने किया तथा आभार प्रदर्शन ज्ञान गंगा के संचालक देवदत्त चंद्राकर ने किया।