रायपुर हर्बल गुलाल ने ग्रामीण महिलाओं के जीवन में बिखेरे खुशहाली के रंग,स्व सहायता समूह बना रही है गुलाल
March 28, 2021
रायपुर, 28 मार्च, 2021- रंगों के पर्व होली में खुशियां बिखेरने में रंग और गुलाल का विशेष महत्व है किन्तु रसायनों से निर्मित रंग और गुलाल स्वास्थय के लिए हानिकारक होने के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी नुकसानदेह होते हैं होली के पर्व को सुरक्षित और सेहतमंद बनाने के लिए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा एक अभिनव पहल करते हुए प्राकृतिक वनस्पतियों से विभिन्न रंगों के हर्बल गुलाल बनाने की शुरूआत की गई है। कृषि विश्वविद्यालय के अन्तर्गत संचालित 15 कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा स्व-सहायता समूहों के माध्यम से हर्बल गुलाल का निर्माण एवं विक्रय किया जा रहा है। इन कृषि विज्ञान केन्द्रों के मार्गदर्शन में विभिन महिला स्व-सहायाता समूह की महिलाओं ने 54 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया है जिसमें 25 क्विंटल हर्बल गुलाल के विक्रय से इन समूहों ने पौने सात लाख रूपये की आय अर्जित की है।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र दन्तेवाड़ा में झारा माता नंदपुरिन कृषक संगठन, झोडियाबालम, साई बाबा स्व-सहायता समूह, हराम एवं हिग्लाजिन स्व-सहायता समूह, कसोली द्वारा दंतेश्वरी हर्बल गुलाल के नाम से 12 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है और अब तक 7 क्विंटल का विक्रय कर 2 लाख 80 हजार रूपये की आमदनी प्राप्त की है। कृषि विज्ञान केन्द्र बीजापुर में माँ संतोषी महिला स्व-सहायता समूह संतोषपुर, माँ शक्ति महिला स्व-सहायता समूह, संतोषपुर एवं माँ दन्तेश्वरी महिला स्व – सहायता समूह, भोपालपटनम द्वारा 25 किलो हर्बल गुलाल तैयार किया गया है। कृषि विज्ञान केन्द्र सुकमा में माँ दंतेश्वरी स्व-सहायता समूह द्वारा 20 किलो हर्बल गुलाल तैयार किया गया है। कृषि विज्ञान केन्द्र बस्तर एवं सतरंगी हर्बल गुलाल समूह, हलबाकछोरा द्वारा सतरंगी हर्बल गुलाल के नाम से 4.5 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है और अब तक 53 किलो का विक्रय कर 16 हजार रूपये की आमदनी प्राप्त की है। कृषि विज्ञान केन्द्र कोरिया में कोरिया एग्रो प्रोड्यूसर कम्पनी द्वारा कर्मा अन्नातो सीड पावडर हर्बल गुलाल के नाम से 1.37 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है और अब तक 75 किलो का विक्रय कर 15 हजार 900 रूपये की आमदनी प्राप्त की है। कृषि विज्ञान केन्द्र कोण्डागांव में माँ शीतला स्व-सहायता समूह, झाटीबन, अलोर द्वारा 2.5 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है और अब तक 1 क्विंटल का विक्रय कर 30 हजार रूपये की आमदनी प्राप्त की है। इसी प्रकार कृषि विज्ञान केन्द्र, नारायणपुर में राधा कृष्णा स्व-सहायता समूह, पालकी द्वारा 3.5 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है और अब तक 60 किलो का विक्रय कर 12 हजार रूपये की आमदनी प्राप्त की है। कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर में कंचन महिला क्लस्टर संगठन, ग्राम बरदेवरी, जागरूक महिला स्व-सहायता समूह, ग्राम धनेलीकन्हार, महानदी महिला क्लस्टर संगठन, ग्राम मकदीखुना एवं जय माँ काली स्व-सहायता समूह, ग्राम सिंगारभांट द्वारा 5.5 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है और अब तक 5 क्विंटल का विक्रय कर 1 लाख 20 हजार रूपये की आमदनी प्राप्त की है। कृषि विज्ञान केन्द्र बलरामपुर में लक्ष्मी बाई महिला स्व-सहायता समूह, किरीकाछर, पार्वती महिला स्व-सहायता समूह, खारापारा एवं चमेली महिला स्व-सहायता समूह, खरसोटा द्वारा 1.5 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है और अब तक 1 क्विंटल का विक्रय कर 20 हजार रूपये की आमदनी प्राप्त की है। कृषि विज्ञान केन्द्र जशपुर में चांद स्व-सहायता समूह, बटईकेला एवं पार्वती स्व-सहायता समूह, महादेवडांड द्वारा 7 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है और अब तक 5.5 क्विंटल का विक्रय कर एक लाख 10 हजार रूपये की आमदनी प्राप्त की है। कृषि विज्ञान अम्बिकापुर में सुमित स्व-सहायता समुह द्वारा 2.9 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है। कृषि विज्ञान केन्द्र बेमेतरा में जय माँ सरस्वती स्व-सहायता समूह, झालम, जय माँ सरस्वती स्व-सहायता समूह सारदा एवं अरपा पैंरी स्व-सहायता समूह, बेमेतरा द्वारा 1.32 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है और अब तक 70 किलो का विक्रय कर 9 हजार 860 रूपये की आमदनी प्राप्त की है। कृषि विज्ञान केन्द्र जांजगीर-चांपा में उज्जवला महिला संकुल संगठन, अकलतरा द्वारा उजाला हर्बल गुलाल के नाम से 2.5 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है और अब तक 40 किलो का विक्रय कर 12 हजार रूपये की आमदनी प्राप्त की है। कृषि विज्ञान केन्द्र महासमुंद में दुर्गा स्व-सहायता समूह, तुमगांव, लक्ष्मी स्व-सहायता समूह, तुमगांव, सिरपुर महिला स्व-सहायता समूह, तुमगांव द्वारा सिरपुर हर्बल गुलाल के नाम से 2.4 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है और अब तक 2 क्विंटल का विक्रय कर 40 हजार रूपये की आमदनी प्राप्त की है और कृषि विज्ञान केन्द्र कोरबा में जननी महिला संकुल संगठन द्वारा 6 क्विंटल हर्बल गुलाल तैयार किया गया है और अब तक 60 किलो का विक्रय कर 7 हजार 200 रूपये की आमदनी प्राप्त की है।