रासेयो सात दिवसीय विशेष शिविर में साइबर सुरक्षा पर जानकारी प्रदान ….. अभिव्यक्ति एप के जरिए लड़कियों को मिलेगी सुरक्षा …. प्रतिभा चंद्रा
December 2, 2024संपादक मनोज गोस्वामी
महासमुंद 02 दिसंबर 2024/ शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का रासेयो सात दिवसीय विशेष शिविर ग्राम भलेसर में चतुर्थ दिवस दिनांक 02 दिसंबर को बौद्धिक सत्र में साइबर सुरक्षा एवं अभिव्यक्ति एप विषय पर मुख्य वक्ता प्रतिभा चंद्रा डीएसपी महासमुंद, अन्नू भोई आरक्षक महासमुंद सहित अजय कुमार राजा, राजेश्वरी सोनी कार्यक्रम अधिकारी रासेयो एवं अविनाश चौहान जनभागीदारी व्याख्याता वाणिज्य मंचस्थ रहे । सरस्वती वंदना कर बौद्धिक सत्र कार्यक्रम की शुभारंभ किया गया।
स्वागत उद्बोधन श्रीमती राजेश्वरी सोनी ने शिविर में चल रहे 4 दिवसों से परियोजना कार्य एवं अन्य गतिविधियों से अवगत कराते हुए विषय विशेषज्ञों का स्वागत किया गया ।
डीएसपी प्रतिभा चंद्रा ने साइबर सुरक्षा या साइबर सिक्यूरिटी कंप्यूटर प्रणालियों और नेटवर्कों को उनके हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर या इलेक्ट्रॉनिक डेटा की चोरी या क्षति से बचाने के साथ-साथ उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में व्यवधान या गलत दिशा-निर्देशन से बचाने की प्रक्रिया है। यह एक बहुत व्यापक परिभाषा है, जिसमें कई अलग-अलग प्रकार के साइबर सुरक्षा घटक और सिस्टम शामिल हैं। साइबर अपराध व्यक्तियों, व्यवसायों और सरकारी संस्थाओं के लिए एक गंभीर खतरा है और इसके परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण वित्तीय नुकसान, प्रतिष्ठा को नुकसान और रिकॉर्ड से समझौता हो सकता है। जैसे-जैसे तकनीक आगे बढ़ती है और अधिक से अधिक लोग मानक संचालन के लिए डिजिटल उपकरणों और नेटवर्क पर निर्भर होते हैं, साइबर अपराध का खतरा बढ़ता जा रहा है, जिससे इससे बचाव के लिए कदम उठाना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।ईमेल घोटाले, सोशल मीडिया धोखाधड़ी, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और टिकटॉक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके पीड़ितों को धोखा देने और ठगने के लिए घोटाले किए जाते हैं।
डीएसपी मैडम ने आगे कहा कि उदाहरणों में काल्पनिक ऑनलाइन स्टोर, कैटफ़िशिंग , सोशल इंजीनियरिंग हमले या प्रतिरूपण घोटाले शामिल हैं। बैंकिंग धोखाधड़ी, ई-कॉमर्स धोखाधड़ी, मैलवेयर साइबर जासूसी, डेटा उल्लंघन, कम्प्यूटर वायरस, डीडीओएस हमले, सॉफ्टवेयर चोरी, फ़िशिंग घोटाले, ऑनलाइन उत्पीड़न, साइबर आतंकवाद इत्यादि साइबर अपराध के अंतर्गत आते है। जिसके लिए हमें जागरूक एवं सतर्क रहना आवश्यक है ।
अन्नू भोई द्वारा अभिव्यक्ति एप के बारे में बताते हुए कहा कि पुलिस विभाग की टीम अभिव्यक्ति ऐप इस्तेमाल करने के बारे में स्कूल जाकर छात्राओं को सतर्कता संबंधी जानकारी दे रही है। ऐप को गूगल प्ले स्टोर या क्यू आर कोड से डाउनलोड किया जा सकता है। इस ऐप के माध्यम से आपातकाल परिस्थितियों मे अपने निकटतम संबंधित डायल 112 को सीधे सूचना भेजा जा सकता है एवं इमरजेंसी नंबर 1033 पर सहायता प्राप्त कर सकते है। सभी शिविरार्थी स्वयंसेवक उपस्थिति रहे।धन्यवाद ज्ञापन अजय कुमार राजा कार्यक्रम अधिकारी रासेयो द्वारा किया गया वहीं कार्यक्रम का संचालन लोकेश सेन द्वारा किया गया ।