नेताम के इस्तीफे से कांग्रेस का आदिवासी विरोधी चरित्र उजागर-देवेंद्र….आदिवासी नेताओं काे कांग्रेस में नहीं मिल रहा सम्मान…
August 14, 2023
महासमुंद 14 अगस्त 2023/ छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के अधिकारों का लगातार हनन हो रहा है। आदिवासियों के अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाले नेताओं काे कांग्रेस में सम्मान नहीं मिल रहा है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरविंद नेताम का कांग्रेस से इस्तीफा कांग्रेस के लगातार आदिवासी विरोधी होने का एक और ठोस प्रमाण है। उक्त बातें भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला संयोजक देवेंद्र चंद्राकर ने विज्ञप्ति में कही।
चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों के साथ हर स्तर पर छल-कपट किया है। कांग्रेस की यह धारणा रही है कि आदिवासी न तो आर्थिक रूप से, न शैक्षणिक रूप से, न सामाजिक तौर पर और न ही राजनीतिक तौर पर आगे आएं और विकास की मुख्यधारा से जुड़ें। जब भी मौका मिला आदिवासियों को अपमानित कर अनुपयोगी वस्तु की तरह किनारा कर दिया। आदिवासियों को झूठे सब्जबाग दिखाकर कांग्रेस ने वोटबैंक की तरह इस्तेमाल किया। बीहड़ आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासियों के साथ क्रूरता, फर्जी नक्सली मुठभेड़ सहित झूठे प्रकरणों में आदिवासियों को फंसाने की घटनाएं कांग्रेस राज में बढ़ी है।
देवेंद्र ने आगे कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के पद से मोहन मरकाम की विदाई, मंत्रिमंडल से प्रेमसाय सिंह टेकाम को बाहर का रास्ता दिखाना, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष पद से फूलोदेवी नेताम को बेदखल कर कांग्रेस ने अपने इसी घोर आदिवासी विरोधी राजनीतिक चरित्र का परिचय दिया है। आरक्षण और रोजगार के नाम पर केवल छल और धोखाधड़ी की जा रही है, ऐसी स्थिति में वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री नेताम का कांग्रेस से इस्तीफा देना आदिवासियों के नाम पर कांग्रेस के राजनीतिक पाखण्ड को बेनकाब करने वाला है।
देवेंद्र ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री नेताम ने जिस वेदना के साथ कांग्रेस छोड़ने की बात कही है, उससे कांग्रेस की कथनी और करनी का अंतर आईने की तरह साफ हो गया है। एक ओर जहाँ विश्व आदिवासी दिवस के नाम पर मुख्यमंत्री आदिवासी हितैशी होने का ढोंग रच रहा था। ठीक उसी दिन कांग्रेस का आदिवासी विरोधी चरित्र बेनकाब करते हुए कांग्रेस से इस्तीफे का ऐलान पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम ने किया।