महासमुंद – कांग्रेस नेता एवं समाज सेवक धीरज सरफराज ने डॉ. प्रतीक चंद्राकर पर मामला दर्ज कराया… कहा कि नशें में धुत्त डॉक्टर अपना आपा खो बैठा था…
March 4, 2023संपादक मनोज गोस्वामी
महासमुंद 4 मार्च 2023/ शंकर नगर निवासी डॉ प्रतीक चंद्राकर पिता इन्द्र कुमार चंद्राकर ने कल सिटी कोतवाली पहुंचकर महासमुंद निवासी कांग्रेस नेता एवं समाज सेवक धीरज सरफराज के विरूद्ध मामला दर्ज कराए। जिसमें प्रतीक चंद्राकर ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि धीरज सरफराज जन्मदिन कि पोस्टर लगवा कर रांग साइड से आकर उनकी स्कूटी को ठोकर मारकर उनके साथ गाली गलौज कर मारपीट किया है।
लेकिन मामला अब बिल्कुल उठता पड़ रहा है धीरज सरफराज ने डॉ प्रतीक चंद्राकर के ऊपर केस दर्ज कराएं है, कि वह नशें कि हालत में थे। धीरज सरफराज ने बताया कि उस समय वह अपने पत्नी के साथ कार में सवार थे । उनके समर्थकों ने उन्हें बैनर पोस्टर को दिखाने के लिए रात्रि में बुलाएं थे जहां उसने अपने समर्थकों को हिदायत दी कि किसी के निजी स्थान एवं नगर पालिका के नियमों के तहत बैनर पोस्टर ना लगाएं। इतने में वह घर के लिए निकले लेकिन रेल्वे फाटक बेलसोंडा में कार्य चलने के कारण सरफराज जी ने अपनी कार को मोड़कर ओवर ब्रिज के नीचे रास्ते से घर पहुंचना सही समझा ।
इतने में नशें में धुत्त डॉ. प्रतीक चंद्राकर रात्रि 11.40 बजे को अपने दोस्त राहुल चंद्राकर के साथ उनके कार के सामने ठोकर मार दि। हालांकि सरफराज ने कहा कि मैं तब कार को मोड़ा हि था , इतने में उन्होंने पहले गाड़ी के सामने आ गए, जिसमें किसी को भी कोई चोंट नहीं लगे हैं । नशें में धुत्त डॉ प्रतीक चंद्राकर ने आपा खोते हि पहले गाली गलौज किए, जबकि मैं अपने पत्नी के साथ कार के अंदर हि बैठा था। जब बार-बार समझाने और यह कहने पर कि महिला बैठी है,गाली गलौज मत करो तब भी उन्होंने गाली गलौज जारी रखा अंततः लाख समझाने पर नहीं माना तब मेरे से हाथ उठ गया। जिसका प्रत्यक्ष दर्शी गवाह मेरी पत्नी एवं बैनर पोस्टर लगा रहे मेरे शुभचिंतक मौजूद थे।
जबकि सरफराज ने बताया कि डॉ प्रतीक चंद्राकर के स्कूटी के पीछे बैठे राहुल चंद्राकर ने कहा कि गलती हो जाती है मामला को खत्म करो हम भी नशें में है करके डॉ को बार -बार बोल रहा था, जिसमें प्रतीक चंद्राकर ने ना अपने दोस्त कि सुनी और ना हि मेरा। बस वह नशें कि हालत में गाली गलौज किए जा रहे थे।
आपको बता दें कि नगर के धीरज सरफराज कांग्रेस नेता के साथ साथ समाज सेवक भी है,उन्होंने अनेक गरीबों की सहायता के साथ उपचार, एवं आर्थिक तंगी पर मददगार के रुप में खड़े हुए हैं। कोरोना काल के समय भी धीरज सरफराज ने गरीब परिवारों को सुखा राहत सामग्री वितरण कर सभी को प्रशासन के निर्देश और नियमों में चलने कि आग्रह किए थे।
वृद्धा आश्रम में जाकर मनाते है जन्मदिन
धीरज सरफराज अपने जन्मदिन 6 मार्च को यादगार पल बनाने के लिए वृद्धा आश्रम एवं अस्पतालों में स्वयं जाकर या शुभचिंतक के द्वारा फल का वितरण कर उनके आशिर्वाद स्वरूप कुशलक्षेम पुछते है। लेकिन धीरज सरफराज अपनी कभी भी वाहवाही लूटने या बटोरने के लिए प्रेस मिडिया या शोसल मिडिया में फोटो अपलोड नहीं करते हैं। कहा कि सेवा भावना हो तो दिल से करो दिखावे के लिए नहीं। बैनर पोस्टर पर बोले कि शुभचिंतक अपने हिसाब से लगा देते है जिसका मैं भी मन नही तोड़ सकता। रही बात डॉ प्रतीक चंद्राकर कि तो कहा कि नशें के हालात में समझ नहीं पाया लेकिन वह समझदार है,जिसका मैं एक नागरिक एवं समाज सेवक होने के नाते सम्मान भी करता हूं।