सिरपुर पर्यटन स्थल में पर्याप्त मात्रा में नहीं है यात्री वाहन कि सुविधा… बसों में भेड़ बकरियां के तरह भरकर ले जाते है यात्रियों को… बस मालिक का दबदबा कायम…
February 20, 2023संपादक मनोज गोस्वामी
महासमुंद 20 फरवरी 2023/ छत्तीसगढ़ शासन चाहे जितनी भी जनता के नाम से ढींगे हांक ले लेकिन जिला मुख्यालय के समीप विश्व प्रसिद्ध सिरपुर में यात्रियों के लिए समुचित यात्री वाहन कि सुविधा उपलब्ध नहीं है।
आपको बता दें कि जिला मुख्यालय से हर 5 मिनट में महासमुंद से रायपुर या महासमुंद से बागबाहरा जाने के लिए बस सुविधा उपलब्ध है लेकिन छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थल सिरपुर जाने के लिए यात्रियों के बस सुविधा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है।
यात्रियों ने बताया कि बस कि सुविधा कम होने के कारण आने जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। घंटों बस भरकर महासमुंद बस स्टैंड में बस को छोड़ते नहीं है बल्कि भेड़ बकरियों के तरह बसों को भरा जाता है। असुविधा यहां पर गर्भवती महिला, वृद्धजन एवं छोटे बच्चे के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों को मुश्किलों का रोज सामना करना पड़ता है।
आपको बता दें कि पिछले कई वर्षों से इस मार्ग पर 2- 4 बसें हि चलती है जिसका समयावधि निर्धारित है जो अपने समय के हिसाब से चलते है इसके अलावा यह भी है कि केवल मात्र एक ही दो बस मालिकों कि बस चलती है जबकि नगर में परिवहन के क्षेत्र में अनेक मालिक एवं अनंत बसें है।
ज्ञात हो कि महासमुंद से सिरपुर के लिए बहुत से गांव पड़ते है जिसमें रोज के सफर करने वाले स्कुल , कॉलेज के विद्यार्थी, रोजमर्रा के कार्य करने वाले मजदूर, के अलावा मंदिर एवं पर्यटन स्थल का दर्शन करने वाले पर्यटकों का आवागमन रहता है। लेकिन समुचित यात्री वाहन व्यवस्था नहीं होने कही ना कही शिक्षा, कार्य एवं पर्यटन स्थल पर सीधा प्रभाव पड़ता है।
वही कॉलेज विद्यार्थियों एवं यात्रियों ने यह भी बताया कि इस मार्ग पर चलने वाले बस मालिकों का दबदबा कायम है यदि हमें देर होते हुए देखकर आटो रिक्शा या टाटा मैजिक का सुविधा लेना चाहते है तो बस मालिक उन्हें भगा दिया जाता है, कहते है कि बस हमारी चलती है हम इसका टैक्स पटाते हैं। यह प्रायः प्रतिदिन इस प्रकार का वाकया किसी ना किसी से होते रहता है।
कालेज विद्यार्थियों ने बताया कि हम सभी इस मार्ग में चलने वाले मनमौजी बस चालकों से तंग आ गए है हमारी समस्या किसके पास बखान करें, जनप्रतिनिधि से लेकर जिला कलेक्टर भी हमारी इस प्रकार कि समस्या से अवगत है।
जब हमारे न्यूज चैनल ने पड़ताल किए तो पता चला कि यात्रीयो कि सीमा से ज्यादा बस में ठुंसे गए, बस मालिक ने कहा कि पैसे कमाने आए है बस में जितना हो लेंगे। लेकिन यात्रीयों कि जवाबदेही नहीं लिया गया। बस में खड़ी सवारी कम से कम एक पैर सही रखने के लिए देखते रहे।