तीन देशों की यात्रा पर रवाना हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जानें भारत के लिए क्यों अहम है ये यात्रा, क्या हैं इसके मायने.. पढ़ें पुरी ख़बर ..
May 2, 2022रायपुर/दिल्ली 02 मई 2022/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार की देर रात जर्मनी की राजधानी बर्लिन के लिए रवाना हो गए। वो डेनमार्क और फ्रांस भी जाएंगे। पीएम मोदी 2 से 4 मई तक विदेश यात्रा पर रहेंगे। उनकी ये विदेश यात्रा कई मायनों में अहम मानी जा रही है। क्योंकि साल 2022 की मोदी की ये पहली विदेश यात्रा है।
तीन देशों की यात्रा पर निकलने से पहले पीएम मोदी ने कहा है कि मेरी यूरोप यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब यूरोप कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। मैं अपने यूरोपीय भागीदारों के साथ सहयोग की भावना को मजबूत करने का इरादा रखता हूं, जो भारत की शांति और समृद्धि में महत्वपूर्ण साथी हैं।
जर्मन चांसलर ओलाफ और पीएम मोदी की होगी पहली मुलाकात
विदेश सचिव विनय क्वात्रा के मुताबिक, सोमवार को पीएम मोदी बर्लिन में भारत-जर्मनी IGC बैठक में शामिल होंगे। इस दौरान पीएम मोदी की जर्मन चांसलर ओलाफ स्कॉलज से मुलाकात होगी। दोनों नेताओं की ये पहली मुलाकात है। जर्मनी में पीएम मोदी और जर्मन चांसलर भारत और जर्मनी के टॉप CEOs से मुलाकात करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी जर्मनी में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करेंगे। भारत-जर्मनी इंटर गवर्नमेंटल कंसल्टेशन में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल होंगे।
जानें पीएम मोदी का शेड्यूल
सोमवार को पीएम मोदी बर्लिन में भारत-जर्मनी IGC बैठक में शामिल होंगे। इस दौरान पीएम मोदी की जर्मन चांसलर ओलाफ स्कॉलज से मुलाकात होगी।
पीएम मोदी बर्लिन से तीन मई को डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन पहुंचेंगे। पीएम मोदी का यह पहला डेनमार्क दौरा होगा।
यहां प्रधानमंत्री मोदी डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
मोदी यहां दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
यहां वे अन्य नॉर्डिक देशों के प्रधानमंत्री जैसे आइसलैंड के कैटरीन जैकब्सडॉटिर, नॉर्वे के जोनास गहर स्टोर, स्वीडन के मैग्डेलेना एंडरसन और फिनलैंड के सना मारिन के साथ बातचीत करेंगे।
डेनमार्क के 24 घंटों की यात्रा के दौरान पीएम मोदी भारत-डेनमार्क व्यापार गोलमेज सम्मेलन में भाग लेंगे ।
डेनमार्क में भारतीय समुदाय के साथ बैठक भी करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी का दौरा फ्रांस की राजधानी पैरिस में खत्म होगा। यहां पर पीएम मोदी फ्रांस की सत्ता पर दोबारा वापसी करने वाले राष्ट्रपति इमैनुएल मैकों से मुलाकात करेंगे ।
तटस्थ भूमिका में भारत
बता दें कि पीए मोदी जिन 3 देशों की यात्रा पर है, वे तीनों ही रूस-यूक्रेन की जंग में यूक्रेन को सपोर्ट कर रहे हैं। भारत ने अब तक इस मुद्दे पर अपनी नीति तटस्थ बनाकर रखी है। अमेरिका और जापान सहित यूरोप के कई देश भारत पर रूस की आलोचना करने का दबाव बनाने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन भारत ने रूस के खिलाफ कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया है।