जेल भरों आंदोलन – प्रदर्शन के दौरान दो महिला शिक्षिका घायल , सभी शिक्षकों को जेल से किया गया रिहा,आगे अब शिक्षक करेगे भूख हड़ताल
December 15, 2021
प्रदर्शन के दौरान अफरा तफरी से दो महिला शिक्षिका घायल , जेल से छोड़े गए सभी शिक्षक
रायपुर : प्रदेश में सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति के मांग को लेकर जारी धरना प्रदर्शन और जेल भरो आंदोलन के दौरान पुलिस से हुई झूमा झटकी के दौरान अफरा तफरी मचने से दो महिला शिक्षिका घायल हो गई। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाकर प्राथमिक उपचार कराया गया। कुछ देर बाद दोनों शिक्षिका को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। ज्ञात हो कि आज सहायक शिक्षकों की जेल भरो आंदोलन में करीब 50 से 60 हजार सहायक शिक्षक धरना प्रदर्शन में उपस्थित होकर गिरफ्तारी दिए।
दो घंटे बाद छोड़ा गया सभी शिक्षकों को – सहायक शिक्षकों के जेल भरों आंदोलन के दौरान राजधानी रायपुर में आज भारी बवाल मचा। धरना प्रदर्शन के पांचवे दिन आज जेल भरों आंदोलन का ऐलान किया गया था। जेल भरों आंदोलन में प्रदेश के कोने – कोने से भारी संख्या में सहायक शिक्षक भाग लिए। प्रदेश के सभी सहायक शिक्षक जेल जाने पर अड़े हुए थे। अंततः सभी शिक्षकों को गिरफ्तार कर सप्रे शाला मैदान को अस्थायी जेल में रखा गया। दो घंटे के बाद सभी सहायक शिक्षकों को अस्थायी जेल से छोड़ दिया गया।
सभी शिक्षक पंडाल पर लौटे – सप्रे शाला अस्थायी जेल से छूटने के बाद सभी शिक्षक फिलहाल पंडाल पर पहुँच गए है। वही अब आज रात आगे की रणनीति बनाई जाएगी। ज्ञात हो कि प्रदेश के सहायक शिक्षकों की छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले 11 दिसम्बर से अनिश्चित कालीन आंदोलन जारी है। 13 दिसम्बर को राजधानी रायपुर में विधान सभा घेराव के बाद आज 15 दिसम्बर को जेल भरों आंदोलन किया गया। जेल भरो आंदोलन के तहत आज कई हजार शिक्षकों ने गिरफ्तारी दी।
आगे की रणनीति बनाकर सूचित करेंगे प्रदेश के सभी सहायक शिक्षकों को – छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के पदाधिकारी चर्चा उपरांत आगे की रणनीति बनाएंगे। रणनीति बन जाने के बाद प्रदेश के समस्त एक लाख से भी अधिक सहायक शिक्षकों को सोशल मिडिया के माध्यम से अवगत कराया जाएगा। कयास लगाया जा रहा है की फेडरेशन के पदाधिकारी अपने सहायक शिक्षकों की ताकत प्रतिदिन दिखाते रहेंगे ,वही आने वाले दिनों में आंदोलन को और तेज और उग्र भी किया जा सकता है। हालाँकि अभी रणनीति का खुलासा नहीं हुआ है।
नोटिस का नहीं हुआ कोई असर – ज्ञात हो की लोक शिक्षण संचालनालय ने आंदोलन में शामिल हुए शिक्षकों की जानकारी एकत्रित कर आगे की कार्यवाही करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए थे। उक्त नोटिस का सहायक शिक्षकों पर कोई असर नहीं हुआ। नोटिस के बाद तो सहायक शिक्षकों के साथ – साथ बहुत से शिक्षक और व्याख्याता भी आंदोलन में शामिल हो रहे है। वही अन्य संगठनो के नेताओं ने भी सरकार को कार्यवाही का भय दिखाने के बजाय मांग पूर्ति करने के सम्बन्ध में चर्चा करनी चाहिए। वैसे भी सरकार ने सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति को दूर करने का वादा किया है। अब अपने वादा को निभाए।