महासमुंद- शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य महाविद्यालय स्वयंसेवकों के द्वारा पोषण आहार एवं कुपोषण बिमारी से बचाव हेतु जागरूकता अभियान चलाया गया..

महासमुंद- शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य महाविद्यालय स्वयंसेवकों के द्वारा पोषण आहार एवं कुपोषण बिमारी से बचाव हेतु जागरूकता अभियान चलाया गया..

December 12, 2021 0 By Central News Service

महासमुंद 12 दिसंबर 2021/ महामहिम राज्यपाल छ. ग. शासन सुश्री अनुसुइया उइके एवं पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर कुलपति डॉ. केशरी लाल वर्मा के आदेशानुसार विश्वविद्यालय कार्यक्षेत्र अंतर्गत एक गांव गोद लेकर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवकों द्वारा सामाजिक गतिविधियों का संचालन किया जाना है।

जिसके अंतर्गत शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद की राष्ट्रीय सेवा योजना संयुक्त इकाई के स्वयंसेवकों द्वारा प्राचार्य डॉ. ज्योति पांडेय एवं रासेयो जिला संगठक महासमुंद डॉ. मालती तिवारी के निर्देशन और कार्यक्रम अधिकारी अजय कुमार राजा व राजेश्वरी सोनी के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय गोद ग्राम बरोंडा बाजार में स्वयंसेवकों द्वारा सामाजिक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।

जिसके तहत आज दिनाँक 12 दिसंबर 2021 दिन रविवार को पोषण आहार विषय पर कुपोषण बीमारी से बचाव हेतु जन जागरूकता रैली एवं नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन कर ग्रामीणों को जागरूक किया गया । साथ ही आंगनबाड़ी मितानिनों से संपर्क कर ग्राम में कुल 10 कुपोषित बच्चे एवं 17 गर्भवती माताओं की जानकारी प्राप्त की । नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वयंसेवकों ने ग्रामीणों को सन्देश दिया कि किस प्रकार से गर्भवती माता के द्वारा सही पोषण आहार न लेने,बच्चों को सही समय में सही पोषक भोजन की मात्रा नही मिलने पर वे बच्चे कुपोषण से सम्बंधित अनेक प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं। स्वयमसेवकों ने ग्रामीणों से आह्वान किया कि बच्चों को सही समय पर टीकाकरण करवाएं।

इस जागरूकता अभियान कार्यक्रम में वरिष्ठ स्वयंसेवक प्रकाशमणि साहू, दुर्गेश पटेल, मेघराज साहू, याज्ञवल्क्य यादव, सुरेश बरीहा, कमलेश देवदास, ऋषभ राजपूत, प्रियांशु तिवारी, ईश्वरी ध्रुव,शीतल साहू, ढलेश्वरी साहू, रोशनी राजपूत, मनिंदर कौर, दीपक कुमार, खेमराज यदु, ललिता, साक्षी चंद्राकर, काजल साहू, विधि सोनी, वर्षा वर्मा, रीया चंद्राकर, सेजल रजक, लक्ष्य अग्रवाल, प्रकाश चक्रधारी, तुषार चंद्राकर की सक्रिय सहभागिता रही ।