कक्षा 10वी के छात्र प्रकाश ने स्वर्ण पदक जीताकर किया रायपुर का नाम रौशन
December 6, 2021
:- शासकीय हाई स्कुल पुरैना में कक्षा 10वीं का छात्र है प्रकाश गिलरे
:-अंडर-17 में राज्यस्तरीय मत्सोगी-डो प्रतियोगिता में लिया हिस्सा
रायपुर। पढाई के साथ-साथ मार्शल आर्ट्स के जरिए खुद को सशक्त बनाने में जुटा रायपुर शासकीय हाई स्कुल पुरैना के युवा खिलाडी प्रकाश गिलहरे ने स्वर्ण पदक जीत कर रायपुर का नाम रौशन किया। प्रकाश ने हालही में आयोजित तृतीय छत्तीसगढ राज्य स्तरीय मत्सोगी-डो प्रतियोगिता में भाग लेकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। आगामी 16वीं राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में बतौर छत्तीसगढ का प्रतिनिधित्व करेंगे।
सतनाम भवन मंुगेली में 26 से 28 नवंबर तक तृतीय छत्तीसगढ राज्य स्तरीय मत्सोगी-डो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में कुल 105 बालक-बालिकाओं ने हिस्सा लिया था। प्रतियोगिता में शासकीय हाई स्कुल पुरैना रायपुर के 10वीं कक्षा में अध्ययनरत छात्र प्रकाश गिलहरे ने भाग लिया। जहां अंडर 17 के तहत अंडर 36 किलो ग्राम जूनियर वर्ग में जीत हासिल कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। प्रकाश को स्वर्ण पदक जीतने पर हाई स्कुल की प्राचार्य श्रीमती मंजरी जैन सहित समस्त स्टॉफ ने बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर व्याख्याता चोवाराम चंद्राकर, श्रीमती विभा सिंह परिहार, श्रीमती कविता साहू, श्रीमती विभा सिंह चौहान, श्रीमती सुनीता शुक्ला, श्रमती चमेली ठाकुर, पूर्वी जैस सहित समस्त स्टॉफ मौजूद थे।
प्रकाश गिलहरे ने बताया कि वह विगत 4 वर्षो से वह मत्सोगी-डो की प्रैक्टिस कर रहा है। मत्सोगी एक भारतीय मार्शल आर्ट्स है। जिसका मुख्य उद्देश्य है कि युद्ध कलाएं में सभी युवा सशक्त हो तथा अपनी अपना आत्मसुरक्षा भी कर सके।
माता-पिता ने दिया साथ:
खिलाडी प्रकाश ने बताया कि छग मत्सोगी-डो एसोसिएशन रायपुर के अध्यक्ष जयनाथ सिंह केरम, सचिव संतोष निर्मलकर एवं उनके कोच सागर निर्मलकर उन्हें मत्सोगी के लिए रोजाना प्रशिक्षण देते है। कडी मेहनत और लगन के साथ मत्सोगी-डो में अपनी पहचान बनाने के लिए दिनरात मेहनत करता है। इस मेहनत में खासतौर पर उनके पिता शशि कुमार गिलरे और माता बिन्देश्वरी गिलरे का पूरा योगदान है। पिता मजदूरी कर न केवल उसे अच्छी शिक्षा दिला रहे है बल्कि उन्हें समाज के लिए एक सफल और सशक्त नागरिक बनने की भी प्रेरणा दे रहे है।