मौसम ने ली करवट, रात में गुलाबी ठंड , तो सुबह ठिठुरन बढ़ी… सेहतमंद रहने के लिए करें सुबह का सैर और योगाभ्यास..

मौसम ने ली करवट, रात में गुलाबी ठंड , तो सुबह ठिठुरन बढ़ी… सेहतमंद रहने के लिए करें सुबह का सैर और योगाभ्यास..

November 28, 2021 0 By Central News Service

रायपुर 28 नवंबर 2021/ छत्तीसगढ़ में बादल हटने के साथ ही ठंड ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। अब लोगों ने गुलाबी ठंड के साथ सुबह ठिठुरन वाली ठंड का अहसास भी करना शुरू कर दिया है।

तापमान में लगातार गिरावट शुरू हो जाने से मौसम बदलने लगा है। आने वाले दिनों में मौसम में तेजी से परिवर्तन के आसार हैं। इस ठंड के बहुत सारे फायदे भी है पर ऐसे समय में खुद की सेहत का ध्यान देना जरूरी है। वैसा देखा जाए हल्की-हल्की ठंड में सुबह की सैर हड्डियों के घनत्व को बढ़ाती है। टहलने से न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक क्षमता भी बढ़ जाती है एवं तनाव दूर होता है। लगती हुई ठंड में कम से कम प्रतिदिन 3 किलोमीटर एवं सप्ताह में 5 दिन अवश्य सैर और योगा करनी चाहिए।


मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार कुछ दिनों में ठंड और बढऩे की संभावना है। हालांकि पिछले तीन दिनों से मौसम के दो रूप देखने को मिल रहे हैं। दिनभर धूप के साथ उमस पड़ रही है, वहीं रात 11-12 बजे के बाद शीत बरस रहा है। कल सुबह के मौसम में नमी आने से मार्निंग वाक करने वालों की संख्या इजाफा हुआ है। मौसम बदलते ही तापमान में भी परिवर्तन हो गया है। दिन और रात का तापमान गिरने लगा है। पिछले 2 दिनों के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।

ठंड में थोड़ी सावधानी रखकर ले सकते हैं मौसम का मजा
ठंड के मौसम थोड़ी सावधानी रखकर आप मौसम का मजा ले सकते हैं। बशर्ते आपकी कुछ बातों का ध्यान रखकर उन्हें अपनी दिनचर्या में ढालना होगा।

आईए जानते है कुछ ऐसी बातें जिनका ध्यान रखें…
1- टहलते समय हल्की गहरी सांस लेने की आदत डालें और मन में शुद्ध विचार लाएं।
2- शरीर का तापमान सामान्य रखने हेतु शरीर को अतिरिक्त पानी चाहिए, अत: सैर पर जाने से पहले और पश्चात एक गिलास पानी अवश्य पिएं।
3- टहलते समय किसी प्रकार का मानसिक तनाव न रखें। टहलते समय अपने हाथों को नीचे की ओर रखें और बराबर हिलाते रहें, इससे स्फूर्ति मिलती है।
4- हृदय रोग, रक्तचाप या कोई अन्य गंभीर समस्या वाले रोगी टहलना प्रारंभ करने से पहले चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
5-सैर करते समय प्रारंभ और अंत में हमेशा गति धीमी रखें। यही नहीं प्रात: भ्रमण के पश्चात हमें संतुलित आहार की ओर भी ध्यान देना होगा।
6-ठंड के दिनों में रात में पैरों में मोजे पहनकर सोये, क्योंकि जब सुबह हम उठते है तो जमीन ठंडी रहती है और हमे एकदम से ठंड लग सकती है पैरो में हमेशा चप्पल पहन कर रहे।
7- अगर आप रात को स्वेटर उतारकर सोते है तो सुबह उठते साथ ही पहन ले ।
8-सुबह उठने के बाद हल्का गुनगुना पानी जरूर पिएं।
9-एकदम सुबह-से उठकर सैर पर ना जाए जब सूर्य उदय हो जाए तब जाए।
10-ऐसे में चाय, कॉफी या गुनगुना नींबू पानी व शहद का सेवन करने से आराम मिलेगा।
11-ड्राइ फ्रूट व ताजे फलों का अधिक सेवन करें।
12- सर्दियों में खट्टी, तली व ठंडी चीजों के दूरी बनाए रखें।
13-कभी धूप में बैठे तो गर्म तेल शरीर पर लगाएं।
14- देर रात तक बाहर ना रहे अगर ज्यादा जरूरी ही तब ही जाएं।
15- जब घर से बाहर निकले गर्म कपड़े पहनकर निकले,नाक ,कान, गला ढंककर निकले।

सर्द के मौसम में अधिकतर बुजुर्ग वर्गों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यदि हल्की सी सुबह कि सैर करते है तो उनके जोड़ों कि दर्द , अकड़न दूर हो सकते है।

प्राचीन काल से ऋषि मुनि, एवं तपस्वी सैर एवं योगाभ्यास से स्वस्थ एवं हष्ट-पुष्ट रह रहे थे। यदि मनुष्य अपने जीवनचर्या में यह नियम करता है तो वह भी स्वस्थ एवं तंदूरूरस्त रह सकते हैं।