रजिस्ट्री होते ही सब जगह क्यों नहीं चढ़ाया जाता नाम मालिक होकर भटकना पड़ता है -किसान नेता अशवंत तुषार साहू

रजिस्ट्री होते ही सब जगह क्यों नहीं चढ़ाया जाता नाम मालिक होकर भटकना पड़ता है -किसान नेता अशवंत तुषार साहू

November 8, 2021 0 By Central News Service

महासमुंद 08 नवंबर 2021/ प्लाट मकान बंगला फ्लैट खेती की जमीन फैक्ट्री या कोई दूसरी प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त के बाद रजिस्ट्री होती है तो उसके साथ ही राजस्व विभाग समेत बाकी जगह बाकी अपने आप दुरुस्त हो जाना चाहिए ताकि खरीददार को नाम चढ़ावाने के लिए भटकना न पड़े और प्रॉपर्टी को लेकर कोई झगड़ा खड़ा हो
यह सुझाव किसान नेता अशवंत तुषार साहू ने कलेक्टर और सरकार को दिया है,उनका कहना है कि रजिस्ट्री के साथ यह नामांतरण हस्तांतरण बटांकन या अन्य जो भी प्रक्रिया हो उसे के रिकॉर्ड में अपने आप खरीददार का नाम चढ़ा जाना चाहिए
रजिस्ट्री के समय खरीदार बेचवाल को पूरा पैसा दे चुका होता है और सरकार को अच्छी खासी स्टाम ड्यूटी भी मिल जाती है।


ऐसे में जब वह मालिक हो जाता है तो रिकॉर्ड चढाने के लिए अलग से मशक्कत क्यों करना पड़ता है |
तुषार साहू के मुताबिक आजकल सारा काम ऑनलाइन है सरकार चाहे तो यह सब आसानी से हो सकता है लेकिन ऐसा नहीं होता नतीजतन रजिस्ट्री के बाद जमीन यदि खेती की हो तो नाम चढावाने के लिए तहसीलदार के चक्कर काटने पड़ते हैं शहर मैं प्रॉपर्टी रहे हैं तो नगर निगम में नामांतरण के लिए अर्जी लगाना पड़ती है l
खेती की जमीन में तो ज्यादा ही झंझट है बेचने वाले का यदि निधन हो जाए तो वारिस विवाद करने लगते फिर गुंडों के साथ ही अफसरों का दखल हो जाता है खरीददार पैसा चुकाने के बाद भी ठगा महसूस करता है यदि रजिस्ट्री के वक्त ही ऑनलाइन सब जगह नाम चढ़ जाए तो कोई गड़बड़ ना हो | कई किसान जमीन खरीदने के बाद भी बरसो तक नाम नहीं चढवा पाते | पटवारी उन्हें टालते रहते हैं यदि मुश्किल से नाम चढ़ भी जाए तो बटांकन को लेकर परेशान किया जाता है ।