महासमुंद – बच्चों ने ग्राम भ्रमण कर विविध संस्थाओं एवं रोजगार के कार्यों का अनुभव कर जानकारी हासिल किए
October 26, 2021
महासमुंद 26 अक्टूबर 2021/ विद्यालय के छात्रों और छात्रध्यापको द्वारा गांव के संथाओं और परम्परागत रोजगार , आदि का अवलोकन किया । जिसमें नियमित रूप से शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय बरोंडा बाजार विद्यालय 10 बजे पहुंच गए। उसके पश्चात् सभी छात्राध्यापक, छात्रा अध्यापक पंजी में हस्ताक्षर किए, उसके बाद शाला के प्रधान अध्यापक अशोक गिरि गोस्वामी ने बताया कि कक्षा छटवी व सातवी के छात्रों को नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को विजिट के लिए लेकर जाना है, जिसमें बच्चों को परंपरागत व्यवसाय, कुटीर उद्योग, आदि के बारे में जानकारी देना है, एवं अपने विद्यालय के आस पास स्थित आंगनबाड़ी, ग्राम पंचायत, महाविद्यालय, पालटेक्निक कालेज आदि का भी अवलोकन करवाया जाना है, फिर छात्रध्यापको ने कक्षा छठवीं और सातवीं के छात्रों को तीन ग्रुप में बांट दिया।
सभी ग्रुप के अलग अलग लीडर बनाए जिसमें तीसरा ग्रुप के लीडर छात्रा अध्यापक डीगेश्वरी ठाकुर व यशोदा दीवान बने थे। जिसमें प्रधान अध्यापक ने बच्चों को निर्देश दिए कि सभी छात्रों को कतारबद्ध चलना है कोई भी छात्र कतार तोड़कर इधर उधर नहीं जायेंगे जिससे किसी अनहोनी या दुर्घटना कि आशंका हो। विद्यालयीन परिवार ने सभी छात्रों को कतारबद्ध होने के लिए कहा गया उसके बाद प्रधान अध्यापक अशोक गिरि गोस्वामी के निर्देश के बाद चलना आरंभ किया।
सबसे पहले आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक –1 का छात्रों को अवलोकन कराया। बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का नाम बताए कार्यकर्ता का नाम– द्रोपती साहू हैं उसके पश्चात् ग्राम पंचायत बारोंडा बाजार गए। वहां सरपंच एवं सचिव उपस्थित थे। प्रधान अध्यापक गोस्वामी जी ने छात्रों को सचिव व सरपंच से परिचय करवाया। सरपंच का नाम छन्नू लाल ध्रुव हैं एवं सचिव माधुरी बंजारे है। सचिव व सरपंच ने सभी का स्वागत किया और सचिव महोदया ने छात्रों को कुछ सामान्य जानकारी दी, जैसे राशन लेने पर दो प्रकारो कि शासन द्वारा कार्ड उपलब्ध होता है जिसमें APL यानि गरीबी रेखा के ऊपर जीवन यापन करने वाले मध्यम वर्गीय परिवार आते है ,02 राशन कार्ड BPL यानी गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार आते है। सचिव महोदया ने दोनों कार्ड में अंतर बताया व बहुत सी योजनाओं के बारे में जानकारी दी एवं ग्राम पंचायत के सभी ग्रामवासियों का जन्म से लेकर मृत्यु तक की जानकारी ग्राम पंचायत में रहती है इससे अवगत कराया।
उसके बाद हम सभी आगे बढ़े और सर ने गांव में स्थित मां किराना स्टोर से अवगत कराया उस दुकानदार का नाम रामू देवांगन जी है। फिर छात्रों को लोचन चक्रधारी से मिलवाया जो शाला प्रबंधन समिति के शिक्षाविद हैं। तत्पश्चात गांव के परंपरागत दुकान से छात्रों को अवगत कराए जिसमें पहला दुकान हेयर कटिंग सेलून अजय कुमार जी का हैं और टीवी रिपेयरिंग दूसरा दुकान है जिसमें परमानंद चक्रधारी काम करते हैं, उसके बाद मोतीलाल पाड़े जी से छात्रों को मिलवाए, वे प्राथमिक विद्यालय बरोंडाबाजार निवासी भूतपुर्व प्रधान अध्यापक हैं।
उसके बाद परंपरागत व्यवसाय कुम्हार के पास गए उनका नाम कुमार चक्रधारी है उन्होंने मिट्टी के दिए बनाकर सभी छात्रों को दिखाया उन्होंने बताया कि वे बचपन से यह कार्य कर रहे हैं।
उसके बाद सभी विद्यार्थियों को आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक –3 में ले गए वहां छात्रों को कार्यकर्ता और सहायिका से अवगत कराए, कार्यकर्ता का नाम– रेणु निराला व सहायिका का नाम– कांति जोशी हैं। जिन्होंने बच्चों को शासन एवं प्रशासन के कार्यक्रमों के बारे में बताई। आगे बढ़ने पर छात्रों को एक पशु चरवाहा से मिलवाए जिनका नाम– इंदल यादव है वे चरवाहे के साथ एक अच्छे गायक भी है। उसके बाद दि स्टाइल मेकर सेलून का छात्रों ने अवलोकन किया उस सेलून वाले का नाम अजय सेन हैं फिर हम आगे बढ़े साराडीह मोड़ के एक गुमटी वाले के पास गए उसके निजी व्यवसाय के बारे में बच्चों को अवगत कराए।
उसके पश्चात् शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय बारोंडा बाजार महासमुंद गए। वहां के प्राचार्य से हमारे प्रधान अध्यापक ने महाविद्यालय के विजिट के लिए अनुमति प्राप्त किया, वहां के प्राचार्य का नाम डॉ. आई.सी. भारती है, उन्होंने कुछ सामान्य जानकारी दी जैसे उस संस्थान में प्रवेश लेने के लिए न्यूनतम 10वी उत्तीर्ण व PPT की परीक्षा में उत्तीर्ण के पश्चात प्रवेश ले सकते हैं यहां 3 वर्ष का किसी एक विषय में डिप्लोमा कोर्स किया जा सकता है। उसके पश्चात् सभी छात्रों को महाविद्यालय का अवलोकन कराया गया जिसमें सबसे पहले बच्चों को पुस्तकालय का अवलोकन कराए जहां विभिन्न पुस्तकें व कंप्यूटर रखा गया था पुस्तकालय प्रभारी युधिष्ठिर प्रधान हैं, उसके इलेक्ट्रिकल्स प्रेक्टिकल लैब गए यहां के प्रभारी पूनम पटेल जी है उन्होंने बहुत सारी जानकारी बच्चों को दिए जैसे बिजली छत्तीसगढ़ के कोरबा में बनती है, और घर में 60 वॉल्ट का बल्ब उपयोग किया जाता है, उसके बाद मैम ने जनरेटर चालू करके दिखाया जिसमें 440 वॉल्ट का बिजली उत्पन्न होता है एवं डीजल से चलित जनरेटर भी दिखाया आगे वेल्डिंग शॉप लैब में गए जिसमें लोहा को जोड़ने के बहुत सारी मशीन थे फिर सिविल सर्वेक्षण लैब गए जहां दूरबीन देखे उसके पश्चात् कांक्रीट लैब गए यहां के प्रभारी वेदराम ध्रुव हैं, प्रभारी ने बताया कि कैसे सीमेंट रेत व गिट्टी को किस मात्रा में मिलाए जिससे वो दीवाल या घर मजबूत बन सकें। उसके बाद कंप्यूटर लैब गए जहां बहुत सारे कंप्यूटर रखे हुए थे वहां के प्रभारी तारेश भारद्वाज हैं उन्होंने कंप्यूटर के बारे में बच्चों को सामान्य जानकारी दी। उसके उपरांत सभी वापस विद्यालय के लिए रवाना हुए। इस तरह से छात्रों और सभी ने ग्राम बारोंडा बाजार गांव का भ्रमण किया और यहां से सभी निजी एवं शासकीय संस्थाओं के कार्यों से भली भाति अवगत हुए।
इस अवसर पर छात्राध्यापक अम्बिका दिवान , हेमा ठाकुर,भूमिका गायकवाड़ डिगेश्वरी ठाकुर , यशोदा दिवान , दिब्या मौर्य, सहित छात्र उपस्थित रहे।