राज्यपाल ने उत्कृष्ट स्काउट, गाइड, रोवर, रेंजर, स्काउटर और गाईडर को किया पुरस्कृत ,बच्चों में अनुशासन और राष्ट्रीयता की भावना जागृत करती है स्काउट्स एवं गाइड्स-सुश्री उइके

राज्यपाल ने उत्कृष्ट स्काउट, गाइड, रोवर, रेंजर, स्काउटर और गाईडर को किया पुरस्कृत ,बच्चों में अनुशासन और राष्ट्रीयता की भावना जागृत करती है स्काउट्स एवं गाइड्स-सुश्री उइके

September 9, 2021 0 By Central News Service



महासमुन्द 07 सितंबर 2021/ छत्तीसगढ़ की राज्यपाल महामहिम सुश्री अनुसुईया उइके ने राजभवन में राज्यपाल पुरस्कार के प्रमाण पत्र प्रदान करने सहित उत्कृष्ट स्काउट, गाइड, रोवर, रेंजर, स्काउटर और गाइडर को सम्मानित एवं अलंकृत किया। इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की स्काउटिंग का हमारे देश में अहम योगदान है।


बुधवार को राजभवन में राज्यपाल सुश्री अनुसूइया उइके के मुख्य आतिथ्य में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स, छत्तीसगढ़ के राज्यपाल पुरस्कार एवं अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स, छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष एवं स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, राज्य मुख्य आयुक्त एवं संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चन्द्राकर, उपाध्यक्ष एवं विधायक शकुंतला साहू, कार्यकारी अध्यक्ष राजेश अग्रवाल अतिथि के रूप में मंचासीन थे। अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि भारत स्काउट्स एवं गाइड्स संस्था बच्चों में अनुशासन और राष्ट्रीयता की भावना जागृत करती है। संस्था से जुड़े विद्यार्थियों में मानव सेवा की भावना भी उत्पन्न होती है, जो जीवन भर उनके काम आती है। स्काउट और गाइड को यह सिखाया जाता है कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। राज्यपाल ने कहा कि इस संगठन ने विविधता में एकता की भावना’ तथा ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत स्काउट्स एवं गाइड्स एक ऐसी संस्था है, जो विद्यार्थियों को संस्कारित करने का कार्य करती है। स्काउट एवं गाइड को कम सुविधाओं में तथा कठिन परिस्थितियों में स्वयं को ढाल कर जीवन जीने की कला सिखाई जाती है। कहा जाता है कि ‘‘वन्स ए स्काउट ऑलवेज स्काउट’’। यदि बच्चे में एक बार स्काउटिंग का बीज रोपित कर दिया जाए तो वह जीवन भर स्काउट बना रहता है। स्काउटिंग सभी धर्मों के प्रति श्रद्धा रखना सिखाती है। युवाओं में नेतृत्व क्षमता का गुण विकसित करने का कार्य भी यह संस्था करती है। यहां मुझे स्वामी विवेकानंद का वह कथन याद आ रहा है कि ‘‘अगर मुझे तेजस्वी, श्रद्धासंपन्न और दृढ़विश्वासी और निःस्वार्थ सेवा करने वाले कुछ युवा मिल जाएं तो मैं पूरी दुनिया को बदल कर रख सकता हूं। राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की स्काउटिंग का हमारे देश में अहम योगदान है। कोरोना काल में भी हमारे रोवर्स-रेंजर्स, स्काउटर एवं गाइडर ने अनेक सेवा कार्य जैसे भोजन वितरण, सूखा राशन वितरण, घर-घर दवा पहुंचाना एवं आम लोगों में जनजागरूकता फैलाने जैसे कार्य निःस्वार्थ भाव से किए, जिसके फलस्वरूप पूरे भारत में कोरोनाकाल में सेवा कार्य हेतु भारत को तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इसके लिए आप सभी बधाई के प्राप्त हैं। राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण देने के लिए यहां के ट्रेनर्स को अनेकों बार राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थान पचमढ़ी में आमंत्रित किया जाता है। राज्य में प्रतिवर्ष विभिन्न कार्यक्रम तो होते ही है, राष्ट्रीय स्तर में भी हमारा राज्य सभी कार्यक्रमों में सहभागिता करता है। राज्य से प्रतिवर्ष शिक्षा विभाग एवं आदिम जाति कल्याण विभाग से 1000 बच्चे पचमढ़ी जाकर निःशुल्क डिजास्टर मैनेजमेंट एवं एडवेंचर कोर्स कर रहे हैं। देश के लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में हमारे स्काउट्स-गाइड्स ने दिव्यांग जनों की सहायता कर एक मिसाल प्रस्तुत की है। मुझे आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है कि हमारे राज्य के स्काउट्स गाइड इसी प्रकार सेवा के कार्य करते रहेंगे और अपने प्रदेश एवं देश का नाम रोशन करेंगे। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि स्काउट्स एवं गाइड्स ने कोरोना काल में कोरोना के प्रति जागरूकता लाने उल्लेखनीय कार्य किया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने उत्कृष्ट स्काउट्स गाइड्स को पुरस्कृत करने की जो शुरूआत की है वह पूरे देश के लिए अनुकरणीय हैं। उन्होंने स्कूल में पढ़ने वाले स्काउट्स एवं गाइड्स के विद्यार्थियों को हर साल गणवेश देने की घोषणा की।


समारोह को राज्य मुख्य आयुक्त विनोद चन्द्राकर एवं कार्यकारी अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने भी संबोधित किया। समारोह का संचालन सयुंक्त रूप से राज्य सचिव कैलाश सोनी तथा मोहम्मद सादिक़ शेख ने किया। कार्यक्रम में स्काउट नमन साहू, जीवेश साहू, अनीश पटेल, कुमारी डागेश्वरी, कुमारी मुस्कान मैत्री, कुमाी नंदनी सिन्हा, महेन्द्र बाबू टंडन, राहुल सिंह नेताम, कुमारी मेघा मिश्रा, कुमारी करूणा, संतोष कुमार साहू, दीपक ध्रुवंशी, गाइडर तिवारी एवं सरस्वती गिरिया को पुरस्कृत किया गया।