रक्तदान-जीवनदान, रक्तदान-महादान –

रक्तदान-जीवनदान, रक्तदान-महादान –

June 13, 2021 0 By Central News Service


13-2021/यह स्लोगन तो आपने सुना ही होगा। इस छोटे से स्लोगन में कितनी गहराई है । रक्तदान को समस्त विश्व में सबसे बड़ा दान माना गया है, क्योंकि रक्तदान ही है, जो न केवल किसी जरूरतमंद का जीवन बचाता है बल्कि जिंदगी बचाकर उस परिवार के जीवन में खुशियों के ढ़ेरों रंग भी भरता है। कल्पना कीजिए कि कोई व्यक्ति रक्त के अभाव में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है और आप एकाएक उम्मीद की किरण बनकर सामने आते हैं और आपके द्वारा किए गए रक्तदान से उसकी जिंदगी बच जाती है तो आपको कितनी खुशी होगी। किसी एक ने खून देकर दूसरों को जिंदगी दी और यह रिश्ता ना ही जन्म से जुड़ा होता है, ना ही मजहब से,और ना ही किसी स्वार्थ पर ।लेकिन जिंदगी देने वाला व अंजाना जरूरतमंद परिवार के लिए अपना बन जाता है।
दरअसल रक्तदान के महत्व को लेकर किए जाते रहे प्रचार-प्रसार के बावजूद आज भी बहुत से लोगों के दिलोदिमाग में रक्तदान को लेकर कुछ गलत धारणाएं विद्यमान हैं, जैसे रक्तदान करने से संक्रमण का खतरा रहता है, शरीर में कमजोरी आती है, बीमारियां शरीर को जकड़ सकती हैं या एचआईवी जैसी बीमारी हो सकती है। इस तरह की भ्रांतियों लोगो के मन को घर कर गयी है ।

ऐसे लोगों को जागरूक करने के लिए
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा हर साल 14 जून को ‘रक्तदाता दिवस’ मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का एक मात्र उद्देश्य की लोगो का भय दूर कर उनको रक्तदान के लिए प्ररित करना ।

मैं तो नही जानता कि मुझे कौन प्ररित किया, लेकिन जो भी किया मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा काम हुआ। आज तक मैं कुल 53 बार रक्त देकर अपने आप मे खुशी महसूस करता हूं ।

वैश्विक महामारी करोना संक्रमण के चलते और भी लोगो में डर सा पैदा हो गया की अभी रक्त नही देंगे,लेकिन करोना संक्रमित व्यक्ति 3 माह बाद रक्त दे सकता है । करोना महामारी से बचने के लिए वैक्सीन लेने के पहले या फिर 20 दिन बाद आप रक्तदान कर सकते है।
आओ आज के दिन सब मिलकर हमसब अपने आप में प्रण करें, खुद रक्तदान करे और लोगो को भी प्ररित करने का आग्रह करे ।

संजय हरनारायण मोहता