पाकिस्तान: इमरान सरकार को बड़ा झटका देगा विपक्ष, असेंबली से एक साथ इस्तीफे की तैयारी

पाकिस्तान: इमरान सरकार को बड़ा झटका देगा विपक्ष, असेंबली से एक साथ इस्तीफे की तैयारी

December 7, 2020 0 By Central News Service

इस्लामाबाद
पाकिस्तान में सरकार और संयुक्त विपक्ष के बीच राजनीतिक घमासान अब भी जारी है। इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री की बेटी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज की बड़ी नेता शरीफ ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि इमरान सरकार के दमनकारी नीतियों के खिलाफ सभी विपक्षी नेता एक साथ असेंबली से इस्तीफा दे सकते हैं। इस बारे में कल यानी 8 दिसंबर को 11 पार्टियों वाला संयुक्त विपक्ष फैसला ले सकता है।

मरियम बोलीं- सरकार बनाएगी दबाव
मरियम नवाज शरीफ ने रविवार को लाहौर में पीएमएल-एन के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर हम एक साथ इस्तीफा देने का फैसला करते हैं तो आप सभी हमारे साथ रहें। आपमें से किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। सरकार आपको डराने या दबाव बनाने के लिए झूठे मामले भी दर्ज करवा सकती है। इन सभी का सामना करने के लिए आपको तैयार रहना चाहिए।

13 दिसंबर को लाहौर में विपक्ष की बड़ी रैली
इमरान सरकार के खिलाफ 11 विपक्षी पार्टियों वाला गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) 13 दिसंबर को लाहौर में बड़ी रैली निकालने की तैयारी में है। वहीं विपक्षी एकता से डरी इमरान सरकार हर हाल में इसे रोकने पर आमदा है। सरकार ने चेतावनी दी है कि अगर रैली निकाली गई तो कोरोना नियमों का उल्लंघन होगा और जो भी शामिल होगा उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।

3000 से अधिक विपक्षी नेताओं पर पहले से दर्ज है केस
इमरान सरकार ने पिछले सोमवार को मुल्तान में हुई रैली के बाद विरोधी पार्टी के 3000 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्रशासन ने मुकदमा दर्ज किया था। इन नेताओं पर आरोप है कि इन्होंने पंजाब प्रांत में कोविड-19 तथा सार्वजनिक सुरक्षा दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर विरोध प्रदर्शन किया। जिन नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, उनमें पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के वरिष्ठ नेता और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के तीन बेटे भी शामिल हैं।

16 अक्टूबर से हो रही हैं सरकार विरोधी रैलियां
अक्टूबर से ही पाकिस्तान के 11 विपक्षी दलों का गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) देश के अलग-अलग हिस्सों में रैली कर रहा है। इस गठबंधन की पहली रैली 16 अक्टूबर को गुजरांवाला में, जबकि दूसरी रैली 18 अक्टूबर को कराची में हुई थी। तीसरी रैली 25 अक्टूबर को क्वेटा में और चौथी रैली 22 नवंबर को पेशावर में हुई थी। सोमवार को विपक्षी दलों ने पांचवी रैली पंजाब के मुल्तान शहर में की थी। अंतिम रैली 13 दिसंबर को लाहौर में होगी।