ग्राम पंचायत खैरा को 12 लाख की लागत से तीन स्थानों पर सामुदायिक भवन बनाने संसदीय सचिव ने दी सौगात …

ग्राम पंचायत खैरा को 12 लाख की लागत से तीन स्थानों पर सामुदायिक भवन बनाने संसदीय सचिव ने दी सौगात …

September 1, 2023 0 By Central News Service



संपादक मनोज गोस्वामी

महासमुंद 01 सितंबर 2023/ ग्राम पंचायत खैरा में 12 लाख रुपए की लागत से तीन सामुदायिक भवन का निर्माण कराया जाएगा। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने सामाजिक पदाधिकारियों व नागरिकों की मौजूदगी में भूमिपूजन किया। इस दौरान संसदीय सचिव व विधायक चंद्राकर ने कहा कि भवन निर्माण होने से विभिन्न आयोजनों में सहुलियत हो सकेगी।


आज शुक्रवार को ग्राम पंचायत खैरा में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए भूमिपूजन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर थे। अध्यक्षता कृषि उपज मंडी अध्यक्ष हीरा बंजारे ने की। विशेष अतिथि के रूप में सरपंच संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चंद्राकर, जनपद सदस्य आरीन चंद्राकर, राकेश चंद्राकर, सरपंच श्रीमती नीलम कोसरे, मनोज चंद्राकर मौजूद रहे। पूजा अर्चना पश्चात संसदीय सचिव व विधायक चंद्राकर ने सामुदायिक भवन निर्माण के लिए भूमिपूजन किया।

अपने संबोधन में मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व विधायक चंद्राकर ने सामुदायिक भवन निर्माण की सौगात मिलने पर बधाई देते हुए कहा कि सामुदायिक भवन निर्माण होने से समाज के समाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए सहुलियत होगी। राज्य शासन की ओर से सर्व समाज के उत्थान और सशक्त बनाने की दिशा में पूरा प्रयास किया जा रहा है। सभी प्रमुख समाजों की मांग पर सामाजिक भवन बनाया गया है। ऐसा कोई समाज नहीं है जिन्होंने सामाजिक भवन की मांग की और वह पूरा नहीं हुआ हो। साथ ही छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार की किसान हितैषी नीतियों के कारण आज गांव में और किसानों में खुशहाली का माहौल है। भूपेश सरकार की सभी नीति गांव गरीब और किसानों के हित में है और सभी योजनाओं से आम आदमी को सीधे लाभ पहुंच रहा है।

उक्त कार्यक्रम का संचालन किरण कन्नौजे ने तथा आभार प्रदर्शन शंकर कन्नौजे ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से रेवाराम कोसरे, ललिला कुर्रे, सोनिया निहाल, दीपक चंद्राकर, राजा चंद्राकर, नारायण कन्नौजे, भुवन कन्नौजे, बैशाखू कन्नौजे, रूपेश कन्नौजे, सुदेश कन्नौजे, नरेंद्र कन्नौजे, रितेश कन्नौजे, शेखर कन्नौजे, भरत कन्नौजे, तोरण कन्नौजे सहित सामाजिक पदाधिकारी मौजूद रहे।