क्षेत्र में हो रहे धर्मांतरण की गतिविधियों पर रोक लगाने हेतु मांग ..नारायणपुर की घटना को लेकर सर्व हिंदू समाज के बैनर तले सौंपा ज्ञापन..
January 12, 2023संपादक मनोज गोस्वामी
बागबाहरा 12 जनवरी 2023/ नारायणपुर में हुए धर्मांतरण के मामले को लेकर आज 12 जनवरी गुरुवार को सर्व हिंदू समाज के बैनर तले नागरिकों ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एसडीएम बागबाहरा को ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग की है।
सर्व हिंदू समाज ने ब्लाक में मिशनरियों की गतिविधियों की जांच कराए जाने की मांग की है । धर्मांतरण से पूरे प्रदेश का माहौल खराब हो रहा है यही स्थिति बागबाहरा अंचल के भीमखोज, कुसमी, कसेकेरा, खाड़ादरहा में भी पूर्व मे ईसाई मिशनरियों की गतिविधियां संदिग्ध है। जिसे इसी तरह का उपद्रव बागबाहरा में भी हो सकता है।
ज्ञात हो कि हाल ही में नारायणपुर में धर्मांतरित ईसाइयों के द्वारा अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में आने वाले नागरिकों पर प्राणघातक हमले किए गए। धर्मांतरित ईसाइयों के द्वारा की गई या कोई पहले हिंसक घटना नहीं थी, इससे पूर्व में भी देश प्रदेश में ऐसी घटनाएं देखी जा चुकी है। ईसाइयों के द्वारा की जा रही इस तरह की घटनाओं के परिणाम स्वरूप समूचे छत्तीसगढ़ में सामाजिक विद्वेष की स्थिति निर्मित हो चुकी है। धर्म परिवर्तन की बढ़ती घटनाओं ने क्षेत्रीय अस्मिता को भी संकट में डाल दिया है जिसके कारण अब छत्तीसगढ़ की संस्कृति भी खतरे में है ईसाइयों के बढ़ते प्रभाव वाले क्षेत्रों में सामुदायिक सौहार्द अभी बिगड़ने लगा है और इससे प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अस्थिरता की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
देश के विभिन्न हिस्सों में हमने यह उदाहरण देखे हैं कि कैसे धर्म आंतरिक समूहों की जनसंख्या में अप्रत्याशित वृद्धि ने क्षेत्रीय अशांति अस्थिरता के साथ-साथ कट्टरपंथ एवं अलगाव की भावना को भी जन्म दिया है छत्तीसगढ़ में भी अनेक हिस्सों में हुए सामाजिक तनाव की स्थितियों ने इस ओर संकेत दिए हैं कि प्रदेश में सांप्रदायिक एवं कट्टरपंथी शक्तियां अपना विस्तार कर रही है।
छत्तीसगढ़ में मिशनरी समूह के द्वारा जिस प्रकार से हिंदू समाज के लोगों को विभिन्न माध्यमों से धर्मांतरण किया जा रहा है इसमें हिंदू समाज को कमजोर करने का योजनाबद्ध षड्यंत्र है। ईसाई मिशनरियों के द्वारा किए जा रहे इन अनैतिक कृत्यों के कारण प्रदेश में सामाजिक वैमनस्यता का स्तर इतना अधिक हो चुका है, कि छोटे-छोटे गांव में भी सांप्रदायिक हिंसा की घटना देखी जा रही है। प्रदेश में धर्मांतरण ईसाइयों के बढ़ते प्रभाव के दुष्परिणाम भी दिखाई दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ के उत्तर से लेकर दक्षिण तक सामाजिक तनाव की स्थिति निर्मित हो रही है जिसके कारण समाज को विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है यह सभी घटनाएं इस और संकेत कर रही है कि यदि समय रहते इन पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो यह घटनाएं केवल छत्तीसगढ़ प्रदेश को ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर पूरे देश को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेंगी और इसके दुष्परिणाम पूरे देश के लिए घातक होंगे।
अतः हम समाज के लोग आपसे अनुरोध करते हैं कि क्षेत्र में मत अंतरण की चल रही तमाम गतिविधियों पर त्वरित कार्यवाही करते हुए इस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए साथ ही धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए कठोरतम कानून बनाया जाए। यह भी निवेदन है कि धर्मांतरण की अवैध गतिविधियों में सम्मिलित लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि हम अपने प्रदेश को किसी भी संभावित संप्रदायिक हिंसा एवं तनाव में जाने से रोक सके और प्रदेश में शांति एवं स्थिरता बनी रहे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से सर्व हिंदू समाज से दुबे लाल साहू, भीखम ठाकुर, विनोद यादव, गिरीश चक्रधारी, नितेश पांडे, भाविक सार्वा, पुरन सबर, राजा चंद्राकर, डॉली ध्रुव, राजा देवांगन, राजू साहू, जितेंद्र सोनी आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।