पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की महंगी दाम से त्रस्त महिलाओं को अब प्याज भी रूलाने लगी- वंदना राजपूत
February 22, 2021बेलगाम बढ़ती महंगाई को रोकने असक्षम मोदी सरकार को महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए
भाजपा में महिलाओं के आवाज़ को दबाया जाता है इसलिये महंगाई के मुद्दे पर सरोज पांडे के भी जुबान बंद
रायपुर/22 फरवरी 2021। केन्द्र सरकार की गलती की सजा महिलाएं भुगत रही है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रवक्ता वंदना राजपूत ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि महंगाई नियंत्रण में करने में असफल मोदी सरकार को महिलाओं से माफी मांगे एवं तुरंत इस्तीफ़ा देना चाहिये। केन्द्र की भाजपा सरकार में महंगाई कम करने की क्षमता नहीं। पहले से ही पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस में दाम में आग लगी है, ऊपर से केंद्र सरकार रोज-रोज कीमतें बढ़ा-बढ़ाकर इस आग में पेट्रोल, डीजल छिड़क रही है। महंगाई से महिलाएं त्रस्त है और अब प्याज 60-70 रूपये प्रति किलो, खाद्य तेल 200 रुपये लीटर से पार हो गया है। दाल, बेसन जैसे अनगिनत आवश्यक वस्तुओं के बढ़ती दामों ने महिलाओं के घर का पूरा बजट ही बिगाड़ दिया है। घर के रसोई गैस से लेकर दाल, बेसन, फल्ली तेल इत्यादि गायब।
प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि मोदीजी ने सात साल में देश के अर्थव्यवस्था को बिगाड़ दिया। मोदी जी, महिलाएं समझ गई है कि महंगाई को काबू में करना आपके बस की बात नही है। बढ़ती महंगाई को नियंत्रण करने के लिये कोई भी कारागार कदम नहीं उठाये तो महंगाई को तो आप सात जन्म में भी कम नहीं कर पाओगे। राज्यसभा सांसद सरोज पांडे जी एवं अन्य भाजपा नेत्रियों को वास्तविकता में महिलाओं की फिक्र है तो बेलगाम महंगाई पर जुबान बंद क्यों? 15 साल तक दमनकारी सरकार में अनगिनत महिलाओं पर हुए अत्याचार, बलात्कार, अनाचार पर भाजपा महिलाओं पर दबाव था इसलिये बोल नहीं पाई।भूपेश बघेल सरकार ने दो वर्षों में छत्तीसगढ़ में बहुमुखी विकास व महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया। छत्तीसगढ़ में महिला सशक्तिकरण मिसाल बना रही है इसलिये भाजपा नेत्रियां निर्भय होकर अपनी बात रख रही है। भाजपा नेत्रियां चाह रही है कि आने वाले चुनाव में छत्तीसगढ़ की तरह केन्द्र में भी यूपीए की सरकार काबिज हो ताकि महिलाओं के मुद्दों पर बोल सके। भाजपा में महिलाओं की आवाज़ को दबाया जाता है। बेलगाम महंगाई को नियंत्रण व कम करने में असफल मोदी सरकार में थोड़ी बहुत भी लज्जा बाकी है तो तुरंत इस्तीफ़ा दे।