प्रशासन को कुंभकरण की नींद से जगाने अलका चंद्राकर के नेतृत्व में हायर सेकेंडरी स्कूल देवरी में तालाबंदी.. छात्राओं के सम्मान एवं स्वाभिमान के लिए के सदैव तत्पर- अलका चंद्राकर

प्रशासन को कुंभकरण की नींद से जगाने अलका चंद्राकर के नेतृत्व में हायर सेकेंडरी स्कूल देवरी में तालाबंदी.. छात्राओं के सम्मान एवं स्वाभिमान के लिए के सदैव तत्पर- अलका चंद्राकर

October 29, 2022 0 By Central News Service


खल्लारी 29 अक्टूबर 2022/ विधानसभा के बड़े ग्रामों में से देवरी ग्राम में हायर सेकेंडरी स्कूल संचालित है। जहां पर शाला में समस्याएं अनेक व्याप्त हैं ग्राम वासियों एवं शाला विकास समितियों के द्वारा बार- बार आवेदन आग्रह निवेदन के बावजूद शासन प्रशासन कुंभकर्णी की नींद में सोए हुए हैं।

क्षेत्र के दौरे पर निकली अलका चंद्राकर सदस्य जिला पंचायत को शाला विकास समिति के सदस्यों शाला में अध्यनरत छात्र-छात्राओं ने अपनी समस्या से अवगत कराया। जिसके उपरांत अलका चंद्राकर के नेतृत्व में ग्राम वासियों के साथ कलेक्टर महोदय के नाम ज्ञापन अनु विभागीय अधिकारी बागबाहरा के माध्यम से सौंपा गया।

ज्ञात हो कि शाला देवरी में शिक्षक के 28 पद स्वीकृत हैं जिसके विरूद्ध 14 शिक्षक कार्यरत हैं हायर सेकेंडरी भवन का अभाव है। वर्तमान में 500 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इससे हाई स्कूल भवन में ही कई पारियों में कक्षाएं लगानी पड़ती है। वर्तमान में 300 की छात्राएं के लिए हाई स्कूल में शौच हेतु शौचालय नहीं है। उन्हें शाला से बाहर जाना पड़ता है, जो उनके सम्मान और स्वाभिमान के खिलाफ है और उनसे समय भी व्यर्थ आधे घंटे नुकसान होता है। जब से शाला खुली है तब से यहां ना कोई चौकीदार है ना चपरासी हैं। जनभागीदारी द्वारा चौकीदार की व्यवस्था किया गया है।

ज्ञात हो कि तत्कालीन राज्यपाल महोदय ने भी पत्राचार कर छत्तीसगढ़ शासन सचिव को उक्त कर्मचारी को दैनिक वेतन में रखने हेतु पत्राचार भी किए थे, समस्याओं को देखते हुए शासन प्रशासन को कुंभकर्ण की नींद से जगाने 31 अक्टूबर को समस्त पालक ग्रामवासी द्वारा 31 अक्टूबर को शाला में तालाबंदी का निर्णय लिया गया।

वही ग्राम वासियों ने बताया कि इसकी शिकायत अनेकों बार कर चुके है, लेकिन छात्राओं के असुविधा के बारे में हमारे जनप्रतिनिधि अलका चंद्राकर ने समझा, जो कि हमारे समस्या निवारण करने प्रशासन के सामने ठट कर खड़े हुए। वही पर उपस्थित महिलाओं ने भी कहा कि एक बेटी कि समस्या एक बेटी हि समझती, हमारे क्षेत्र वासी उन्हें बेटी या दीदी के नाम से संबोधित करते हैं। हमारे क्षेत्र के सभी समस्याओं का निवारण करती आ रही है।

अलका चंद्राकर जी ने कहा कि यह तो मेरे क्षेत्रवासियों का आशीर्वाद एवं स्नेह बना है कि मुझे इतना सम्मान देते है। लेकिन हर जनप्रतिनिधि का यह कर्तव्य बनता है कि वह अपने क्षेत्र में होने वाले समस्याओं का निराकरण करने में सक्षम हो , रही बात आश्वासन का वह तो पिछले 4 सालों से चल रहा है। मुझे अच्छा लगता है कि जनता स्नेह एवं आशीर्वाद दे रहे हैं।