महासमुंद- ग्राम बेमचा मातर महोत्सव में कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में सम्मिलित हुए जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर

महासमुंद- ग्राम बेमचा मातर महोत्सव में कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में सम्मिलित हुए जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर

October 28, 2022 0 By Central News Service

महासमुंद 28 अक्टूबर 2022/ ग्राम बेमचा में आयोजित मातर कार्यक्रम जिला कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए कार्यक्रम में पूजा-अर्चना कर क्षेत्र के उत्थान और विकास की कामना की गई। भाईदूज के दिन अधिकांश गांवों में मातर कार्यक्रम होता है। इसका रोमांच देखते ही बनता है। ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों व रोमांचक खेलों को देखने शहरवासी गांवों का रुख करते हैं।

मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुये महासमुंद कांग्रेस जिला अध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मातर का विशेष महत्व है, क्योंकि गाय से हमें माता की तरह दूध और स्नेह मिलता है। आगे श्रीमती डॉ रश्मि ने कहा कि मातर त्योहार छत्तीसगढ़ के गांव और माटी का त्योहार है। किसान भाई एवं यादव समाज के भाई व ग्रामवासी हमारी परंपरा को कायम रख रहे हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में शासन द्वारा पारंपरिक संस्कृति को सहेजने का कार्य कर रही है। मातर कार्यक्रम पारंपरिक संस्कृति का ही हिस्सा है। समाज द्वारा अभी भी जीवंत रखा गया है। इस पारंपरिक संस्कृति को सहेज के रखते हुए आगे बढ़ाना है। पारंपरिक संस्कृति के विकास के लिए भी शासन द्वारा लगातार कार्य किए जा रहा है। ग्रामीणों को बताया कि प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए मुख्यमंत्री शहरी स्लम योजना बनाई गई है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान चलाकर सुपोषण से मुक्ति के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। प्रदेश के युवाओ के लिए गांव-गांव में राजीव युवा मितान क्लब बनाकर युवाओं को शासन और प्रशासन से जोड़ा जा रहा है। धनवंतरी मेडिकल खोलकर सस्ती दवाई उपलब्ध कराई जा रही है। हॉट बाजारों के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए मुख्यमंत्री हॉट बाजर क्लीनिक योजना बनाई गई है। लोक संस्कृति और कला को बढ़ावा देने के बाद अब छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को वैश्विक पहचान दिलाने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरूआत हुई है।इसमें पारंपरिक खेलों का विशेष महत्व है। पिछले कुछ वर्षों में छत्तीसगढ़ के इन खेलों को लोग भूलते जा रहे थे। खेलों को चिरस्थायी रखने, आने वाली पीढ़ी से इनको अवगत कराने के लिए छत्तीसगढ़ियां ओलंपिक खेलों की शुरूआत की गई है ।सभा को जगदीश यादव श्री द्वारका प्रसाद चंद्राकर डॉ रामशरण चंद्राकर ने भी संबोधित किया कार्यक्रम का संचालन रोहित चंद्राकर एवं आभार प्रदर्शन श्रीमती सावित्री चंद्राकर ने किया।

कार्यक्रम में द्वारिका चन्द्राकर, रमेश चंद्राकर,डा.रामशरण चन्द्राकर, जागनीक यादव, रामलाल चंद्राकर, नरोत्तम साहू, हरिश्चंद ध्रुव सरपंच ग्राम पंचायत बेमचा, उपसरपंच देवेंद्र चंद्राकर, जनपद सदस्य सावित्री चंद्राकर, खोरबहारा यादव, रामानारायण यादव, राजू घाड़गे, राहुल चंद्राकर, रोहित चंद्राकर, दिलीप चंद्राकर, भोलाराम, भुवन लाल विश्वराकर्मा, रविकांत चंद्राकर, राजू रात्रे, लगनू साहू, प्रेमलाल साहू, हीरालाल साहू, नरोत्तम साहू, छोटकू यादव, सहित ग्रामीण जन उपस्थित थे।