200 शिक्षकों को मिले प्रमाण पत्र खिले चेहरे,उच्च शिक्षा में बदलाव आवश्यक- सत्यनारायण शर्मा

200 शिक्षकों को मिले प्रमाण पत्र खिले चेहरे,उच्च शिक्षा में बदलाव आवश्यक- सत्यनारायण शर्मा

September 21, 2022 0 By Central News Service

महंत कॉलेज और विप्र कॉलेज के संयुक्त तत्वधान में आयोजित एफडीपी प्रोग्राम का समापन
रायपुर, जनजागरुकता। राजधानी में गांधी चौक स्थित महंत लक्ष्मीनारायण दास महाविद्यालय एवं विप्र महाविद्यालय के संयुक्त तत्वधान में आयोजित फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आज संपन्न हुआ। इस मौके पर 12 दिन तक शिक्षण प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद शिक्षकों को मुख्य अतिथि सत्यनारायण शर्मा, शिक्षण समिति अध्यक्ष अजय तिवारी, योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा के हाथों प्रमाण पत्र प्राप्त कर चेहरे खिल उठे।

आयोजन में मुख्य अतिथि विधायक रायपुर ग्रामीण एवं पूर्व शिक्षा मंत्री सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि उच्च शिक्षा में बदलाव आवश्यक है क्योंकि अब प्रतिस्पर्धा का जमाना है और सभी को हर मोर्चे में सफल साबित होना होगा। शिक्षक जितना अध्ययनशील होगा उसके लिए उतना अच्छा होगा। श्री शर्मा ने एफडीपी में नेक की 7 महत्वपूर्ण बिंदुओं को जरूरी बताया, वहीं आयोजन में श्री शर्मा ने कहा कि प्रबंधन को भी शिक्षकों और कॉलेज की आवश्यकता को समझना होगा।

वहीं आयोजन में कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि एफडीपी एक सफल प्रयोग है जिसे हर महाविद्यालय को करना चाहिए ताकि उन महाविद्यालय के शिक्षकों में गुणवत्ता का विकास किया जा सके। उनका कहना था कि नई शिक्षा नीति काफी चुनौतीपूर्ण है क्योंकि काफी बदलाव हो रहे हैं। श्री शर्मा ने निजी महाविद्यालयों के तंत्र को आह्वान करते हुए कहा कि सभी पूर्व मिलकर गंभीरता पूर्वक नई शिक्षा के लिए काम करने पर विचार विमर्श करें। इसमें शिक्षकों का भी हित ध्यान रखना चाहिए केवल शिक्षकों को कौशल से जोड़ना ही महत्वपूर्ण नहीं है उनकी आवश्यकताओं को पूर्ण किया जाना चाहिए, तभी वह बेहतर रिजल्ट दे सकते हैं।

आयोजन में विषय विशेषज्ञ और विशेष अतिथि शासकीय जे योगानंदम महाविद्यालय के प्राचार्य अमिताभ बैनर्जी का कहना था कि सकारात्मक सोच के साथ कार्यक्रम को आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि आज सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रतिस्पर्धा का माहौल है सभी नेक की अनिवार्यता को पूर्ण करने में लगे हुए हैं, ऐसे में एफडीपी जैसे प्रोग्राम की सार्थकता दिखाई देती है। शिक्षक ज्ञान कौशल और परफॉर्मेंस के जरिए विद्यार्थियों पर बेहतर कार्य कर सकता है। इससे विद्यार्थी काफी लाभान्वित होंगे इसीलिए शिक्षकों में पढ़ाने का जुनून होना चाहिए और कम्युनिकेशन स्किल से निपुण होना चाहिए विद्यार्थियों को स्किल बढ़ाने के लिए कोर्स में कई तरह के करिकुलम शामिल कर शिक्षकों को ज्ञान बांटना चाहिए इससे विद्यार्थी को अधिक लाभ होगा।

एफडीपी कार्यक्रम में मौजूद विशेष अतिथि शिक्षण समिति अध्यक्ष अजय तिवारी, सचिव अनिल तिवारी, प्राचार्य डॉ. देवाशीष मुखर्जी, विप्र कॉलेज के प्राचार्य डॉ मेघेश तिवारी, सुरेश शुक्ला, अग्रसेन महाविद्यालय के प्राचार्य योगेंद्र राजपूत सहित आगंतुक ने अपने विचार रखे। आयोजन में अशासकीय महाविद्यालय संघ की ओर से अजय तिवारी ने प्रबंधन की तरफ से शिक्षकों को मिलने वाले हर प्रयास पर सार्थक और महत्वपूर्ण योगदान की भूमिका निभाने की घोषणा की।