महासमुंद जिला अस्पताल आज भी रिफर सेंटर..

महासमुंद जिला अस्पताल आज भी रिफर सेंटर..

September 8, 2022 0 By Central News Service

महासमुंद 08 सितंबर 2022/ भाजपा नेता देवेंद्र चंद्राकर ने बताया 3 सितंबर दिन शनिवार को सांप काटने से पीड़ित युवती जो मूढैना निवासी राजू नेगी की सुपुत्री को सर्पदंश के केस में आनन-फानन में शाम 5:00 बजे जिला अस्पताल महासमुंद में भर्ती कराया गया। अस्पताल में सीनियर डॉक्टर कोई भी मौजूद नहीं थे। वहां उपस्थित डॉक्टर द्वारा प्राथमिक उपचार कर परिजनों को यह निर्देश दिया कि हमारे यहां सांप के जहर का एंटी डोज उपलब्ध नहीं है, अतः इनकी जान बचाना है तो रायपुर लेकर तत्काल जाइए।

बड़ी दुख की बात है एक तरफ तो यहां मेडिकल कॉलेज की 100 सीटें केंद्र सरकार ने मंजूर किए हैं बहुत मुश्किल से यह हो पाया है, कितनी मुश्किलों के बाद हमारे शहर को मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली है लेकिन अस्पताल की व्यवस्था आज भी बदतर है। जिला अस्पताल से कुछ ही दूरी पर पूरे जिले का ड्रग गोडाउन भी स्थित है जहां से पूरे जिले प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवाइयों का वितरण किया जाता है।

यह पहला केस नहीं है इसके एक रात पहले भी नांदगांव से एक केस आया था उनके परिजनों को भी यही कहा गया कि एंटी एनम हमारे यहां उपलब्ध नहीं है। महासमुंद जिला अस्पताल में आखिर कौन जिम्मेदार है पूरे जिले के एकमात्र बड़ा सरकारी अस्पताल है बरसात के पहले इसकी व्यवस्था क्यों नहीं की गई सांप बिच्छू या अन्य जहर से संबंधित एंटी डोज की व्यवस्था क्यों नहीं की जाती।

यहां से निजी अस्पतालों में सांठगांठ के चलते पेशेंट को रिफर किया जाता है वहां मोटी रकम वसूल कर सबको कमीशन बांटा जाता है शासन-प्रशासन सब मौन है ऐसे में एक आम आदमी आखिर कहां जाए किसके पास गुहार लगाएं 100 बिस्तर हॉस्पिटल, 100 सीटें मेडिकल कॉलेज हमने दिलाया हमने दिलाया सबने अपना पीठ थपथपाया अस्पताल की व्यवस्था जैसे का तैसे हैं। अस्पताल की व्यवस्था सुधारने के के लिए पहले भी बहुत आंदोलन किए गए हैं कितनी बार शिकायतें आई हैं।

लेकिन हालत आज भी वैसा ही है समय में आपातकालीन पर कोई सीनियर डॉक्टर उपलब्ध नहीं होते दवाइयों का अभाव रहता है या इलाज के संसाधन नहीं है मेडिकल कॉलेज की मान्यता लाने से कुछ नहीं होता पहले जो अपने पास व्यवस्था है उसको दुरुस्त कर ले ताकि अभी जनता जो निजी अस्पतालों में जमीन बेचकर या कर्ज लेकर पैसा दे रहे हैं इलाज के लिए वह ना हो।