छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ द्वारा 6 फरवरी को प्रदेश स्तरीय चक्काजाम की तैयारियों को लेकर बैठकों का सिलसिला जारी

February 3, 2021 0 By Central News Service

रायपुर- राष्ट्रीय स्तर पर 500 से अधिक किसान संगठनों के संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा किसान विरोधी 3 काले कानून को रद्द करने की मांग को लेकर 6 फरवरी को देशव्यापी चक्काजाम का आव्हान किया गया है ।
छत्तीसगढ़ में चक्काजाम को सफल करने प्रदेश के 30 से अधिक संगठनों द्वारा संचालित छत्तीसगढ़ किसान मज़दूर महासंघ द्वारा तैयारियां जोरों पर है । इस हेतु जिला स्तरीय किसान बैठकों का सिलसिला जारी है । 2 फरवरी को रायगढ़ में पारस नाथ साहू और गजेंद्र कोसले ने रायगढ़ में आयोजित जिला स्तरीय किसान बैठक में चक्का जाम की रणनीति पर चर्चा की ।

धमतरी में 4 फरवरी को छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ से संबद्ध संयुक्त किसान मोर्चा राष्ट्रीय किसान मोर्चा एवं राष्ट्रीय मतदाता जागृति मंच की संयुक्त बैठक अधिवक्ता शत्रुघन साहू, सुनील चन्द्राकर, टिकेश्वर साहू, भुनेश्वर साहू, दिग्विजय सिंह के प्रयासों से आयोजित की जा रही है ।
बैठक में छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल सदस्यगण द्वारिका साहू आरंग, श्रवण चंद्राकर आरंग, डॉ संकेत ठाकुर रायपुर, वेगेन्द्र सोनबेर रायपुर, जनकलाल ठाकुर दल्ली राजहरा, तेजराम विद्रोही राजिम, लखबीर सिंह अभनपुर विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे ।

इसी तरह आगामी 5 फरवरी को मुंगेली में महासंघ से सम्बद्ध भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति), प्रगतिशील किसान महामंच लोरमी द्वारा जिला स्तरीय बैठक रखी जा रही है , जिसमें राकेश तिवारी, सुनील दुबे, दौलत सिंह ठाकुर के साथ रायपुर से डॉ संकेत ठाकुर, द्वारिका साहू, रूपन चन्द्राकर, जनकलकल ठाकुर आदि उपस्थित होंगे ।

रायगढ़ के पंचायती धर्मशाला भवन में आयोजित बैठक के दौरान पारस नाथ साहू ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि सुधार के नाम पर लाए गए 3 कृषि व आम जनता विरोधी बिल की वापसी एवं फसलों के एमएसपी की गारंटी की मांग को लेकर पंजाब हरियाणा व देश के प्रत्येक हिस्से से तीन काले कानून के विरोध में किसान आंदोलनरत हैं । विगत 5 महीने से शासन द्वारा मांग पूरी नहीं होने पर किसानों ने दिल्ली कूच किया जिसको शासन द्वारा 26 नवंबर 2020 को दिल्ली बॉर्डर में रोके जाने के पश्चात दिल्ली की सीमाओं पर देशभर से लाखों की संख्या में किसान व आम जनता आंदोलनरत हैं ।
इस दौरान भारत सरकार के केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ 11 दौर की वार्ता किसान संगठन के प्रमुख साथियों द्वारा किया गया है जो अब तक बेनतीजा रही है । किसानों द्वारा 26 जनवरी 2021 को अपनी मांग को लेकर देश और दुनिया को एकता का संदेश देने के लिए ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया, जिसमें सरकार ने भाजपा और आरएसएस व दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर किसान आंदोलन को बदनाम कर समाप्त करने का प्रयास किया है। सरकार के इस कृत्य में कॉरपोरेट घराने की अनेक मीडिया ने ट्रैक्टर रैली में शासन द्वारा प्रायोजित झड़प व हिंसक घटनाओं को दिखाने में फोकस किया है जबकि शांतिपूर्ण ट्रैक्टर रैली सफल रही जिसकी वास्तविकता से आम जनता को दूर रखा गया, ताकि जनता का सपोर्ट किसान आंदोलन के विपरीत हो जाएं, गोदी मीडिया द्वारा किया गया यह कृत्य घोर निंदनीय है।

गजेंद्र कोशले ने कहा कि किसान आंदोलन की अगुवाई करने वाले दिल्ली के साथियों ने आंदोलन को आगे और गति देने के लिए 6 फरवरी 2021 को पूरे देश भर में 12:00 से 3:00 बजे तक चक्का जाम करने का आह्वान किया गया है, इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले में किसान आंदोलन को गति देने के लिए हम उपस्थित है ।
रायगढ़ में बैठक कर यह निर्णय लिया गया कि प्रत्येक साथी गांव गांव जाकर किसान व सामाजिक बैठका कर किसान आंदोलन को तेज करेंगे और 6 फरवरी के चक्का जाम को सफल कर दिल्ली कूच करने का भी निर्णय लिया गया है । बैठक में रायगढ़ के किसान नेता बालक राम पटेल खरसिया , राजेश नायक कुसमुरा, राधेश्याम शर्मा रायगढ़, राधेश्याम पटेल धनआगर, नंदकिशोर बिसवाल नदीगांव सरिया, सुनील पटेल नंदेली, प्रमोद कुमार चौधरी कोड़ातराई, डमरुधर पटेल पटेलपाली, सुनील पटेल झलमला, संजू सिदार, मोती लाल चौधरी कोड़ातराई, अरविंद चौधरी, दीपक सोनी, उमाशंकर पटेल,रवि शंकर पटेल, धर्मेंद्र पटेल, राजेश त्रिपाठी जनचेतना रायगढ़, दाताराम पटेल, नेत्रानंद पटेल, जयनाथ पटेल देवनारायण पटेल, चिंतामणि पटेल, हरि टंडन, लंबोदर दस साव, सुभाष चंद्र पटेल कंचनपुर बरमकेला, लल्लू सिंह रायगढ़, मदन पटेल, कृष्ण चंद्र प्रधान मोटली, नकुल पटेल, मोहन पटेल सरिया, सुरेंद्र कुमार, केशव पोद्दार, फनीचंद्र प्रधान एवं अनेक तहसीलों से आए हुए साथियों ने हिस्सा लियारााााााा