महासमुंद जिले में शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त.. पाठशाला में शिक्षा गुरु कि अभाव.. स्कूलों में तालाबंदी करने तैयार.. ऐसे में बच्चे कैसे बनेगा देश का भविष्य …

महासमुंद जिले में शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त.. पाठशाला में शिक्षा गुरु कि अभाव.. स्कूलों में तालाबंदी करने तैयार.. ऐसे में बच्चे कैसे बनेगा देश का भविष्य …

July 16, 2022 0 By Central News Service

महासमुंद 16 जुलाई 2022/ राज्य सरकार एवं प्रशासन लगातार अपने फुटी ढोल पिटने में लगे हुए है, कि देश का भविष्य शिक्षित हो रहें हैं ? लेकिन कहा बताएं?

वातानुकूलित कमरों के बीच में जुमलेबाजी में प्रशासन एवं उसके विभाग बस कुर्सियां तोड़ रहे हैं।
हकीकत यह बंया करती है कि महासमुंद जिले में अधिकांश स्कूलों में शिक्षक कि पुरी व्यवस्था नहीं है। पालकगण आज भी असंमजस में पड़े हैं कि बच्चों को पढ़ने भेजें कि कुछ काम सिखाएं। पढ़ने भेजेंगे तो स्कूल में शिक्षक नहीं यह सवाल आज सब कि ज़ेहन पर है… पर उत्तर ना ही जिला प्रशासन दे पा रहे है और ना हि शिक्षा विभाग के अधिकारी।

आखिरकार क्यों नहीं कर पा रहे पुरी शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त। क्यों हो रहें हैं बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़.. जिम्मेदार कौन प्रशासन या पालक?

आज भी महासमुंद जिले के अधिकांश स्कूलों में शिक्षकों का अभाव है बच्चे स्कूल जाते जरुर है, लेकिन पढ़ाई नहीं होती क्योंकि वहां पर शिक्षकों का अभाव है।

ऐसा एक नहीं हजारों स्कूलों में शिक्षक कमी के चलते आज तालाबंदी करने पालक विवश हो जातें हैं। अभी हाल ही में महासमुंद विकासखंड के पचरी के शिक्षा समिति एवं पालकों ने जिला प्रशासन को लिखित शिकायत किए हैं कि स्कूल में शिक्षक कि कमी है। पचरी के ग्रामीणों ने बताया है कि यदि उनकी मांग पुरी नहीं होती तो उग्र आंदोलन होगा, वही हाल बागबाहरा विकासखंड के पचेड़ा मिडिल स्कूल, पोटिया के मिडिल स्कूल, हाडाबंद के प्राथमिक शाला के साथ नवाडीह जुनवानी खुर्द कि है और ना जाने कितने स्कूलों में शिक्षक कि कमी है।

नवाडीह जुनवानी खुर्द के पालक गण एवं ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधि खल्लारी विधायक, अनुविभागीय अधिकारी (रा) बागबाहरा एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी को शिक्षक कि कमी को पूरा करने के लिए आवेदन सौंपा।

पालक गण एवं ग्रामीणों ने बताया कि नवाडीह जूनवानीखुर्द आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। ग्राम नवाडीह जुनवानी खुर्द में स्थित शासकीय हाई स्कूल में 2 शिक्षकों के भरोसे में करीब 78 बच्चे अध्ययनरत है। जिससे शिक्षण कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। यहां मिडिल स्कूल के दो शिक्षकों को व्यवस्था के अंतर्गत अन्य स्कूल में भेज दिया गया हैं। यदि 2 शिक्षकों कि व्यवस्था शिक्षा विभाग हाई स्कूल में करते हैं तो बच्चों कि पढ़ाई में कुछ असर नहीं पड़ेगा अभी पढ़ाई व्यवस्था पुरी तरह से ध्वस्त हैं।

जिससे के चलते बच्चों, पालकों एवं ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त हैं। ग्रामीणों ने कहा कि यदि 1 सप्ताह के भीतर हाई स्कूल में शिक्षकों की व्यवस्था नही हुई तो स्कूल में तालाबंदी कर उग्र आंदोलन करेंगे, जिसका जिम्मेदार शिक्षा विभाग एवं महासमुंद जिला प्रशासन होगा।

ग्रामीण एवं शिक्षा समिति के जनक राम नायक ने बताया कि शिक्षा विभाग एवं जनप्रतिनिधियों को बार बार आवेदन देते थक गए है लेकिन अभी तक स्कूल में शिक्षक व्यवस्था पुरी नहीं हो पाई। विधायक जी को भी ग्रामीणों ने इस समस्या से अवगत कराया लेकिन अभी तक किसी प्रकार कि संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। वही हाल विकासखंड शिक्षा अधिकारी का भी है। इसलिए पुरे गांव वालों ने स्कूल में तालाबंदी कर उग्र आंदोलन करने का निर्णय लिया है।