स्कूल रसोईया संघ 26 जुलाई से रायपुर बूढ़ा तालाब में करेंगे हड़ताल
July 12, 2022स्कूल रसोईया संघ सन1995 से छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में कार्य कर रहे हैं l
80 हजार महिला और पुरुष इस कार्य को कर रहे हैंl
कार्य के एवज में महज 1500 रुपए प्रतिमाह मानदेय मिलता हैl
रसोईया को स्कूलों में सुबह 9:00 बजे से कार्य में जुट जाते हैं और दोपहर 2:00 बजे तक स्कूलों में कार्य करना पड़ता है जिसके कारण और कोई दूसरा काम नहीं कर पाते हैंl
इसलिए रसोइयों को दिनभर की मजदूरी दर से वंचित रहना पड़ता है इस महंगाई भरे दौर में 1500 रुपए महीने में अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर पा रहे हैंl
जिसके कारण आर्थिक, मानसिक, शारीरिक रूप से कष्टों और समस्याओं का सामना करना पड़ता हैlकर्ज के सहारे जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैं lरसोइयों की स्थिति दिनों दिन दयनीय होती जा रही हैl
अपने बच्चे को अच्छी स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधा उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं l
संघ का मांग है कि कलेक्टर दर पर मानदेय भुगतान किया जाए lइन मांगों को लेकर 26 जुलाई से हड़ताल पर रहेंगे l
रसोईया संघ का हड़ताल में जाने से पहले स्कूल मध्यान भोजन की व्यवस्था डगमगाने लगी है l
क्योंकि रसोइयों को केवल 2 घंटे का मानदेय दिया जाता है इसलिए स्कूलों में केवल 2 घंटे कार्य करना शुरू कर दिया हैl
जिसके चलते शिक्षक स्कूलों में बच्चों को मध्यान्ह भोजन परोस रहे हैंl
रसोईया और स्कूल सफाई कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से स्कूलों की व्यवस्था प्रभावित हो रही है l
कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि शिक्षक लोग स्कूलों में झाड़ू लगा रहे हैं तथा स्कूली बच्चों को मध्यान भोजन परोस रहे हैंl
इससे सवाल खड़ा हो रहा है कि शिक्षक बच्चों को पढ़ाएं कि झाड़ू लगाए या मध्यान भोजन परोसे l
स्कूल रसोइया संघ की मांग पूर्ण कलेक्टर दर पर मानदेय भुगतान किया जाए l