दो शिक्षक के भरोसे चल रहा पचरी का प्राथमिक स्कूल.. 190 बच्चों की है दर्ज संख्या,नई नियुक्ति के बाद भी नही मिले कोई शिक्षक..
July 3, 2022
शिक्षा विकास समिति और पालकों की बैठक संपन्न,शिक्षक व्यवस्था नहीं होने पर उग्र आंदोलन और स्कूल में तालाबंदी करने का निर्णय लिया गया।
बागबाहरा 03 जुलाई 2022/ महासमुंद जिले में शिक्षा व्यवस्था पुरी तरह चरमराई हुई है , अधिकांश स्कूलों में शिक्षक कि पुरी व्यवस्था नहीं हो पाई है। आपकों बता दें कि 16 जुन से शिक्षा सत्र शुरू हो गई है लेकिन स्कूलों में शिक्षक कि व्यवस्था नहीं किए गए है।
बागबाहरा विकासखंड के ग्राम पचरी में शिक्षकों कि अभाव में शिक्षा विकास समिति और पालकों की बैठक संपन्न हुई। जिसमें में यह निर्णय लिया गया है की यदि शिक्षा विभाग या प्रशासन हमारी मांग आज से एक सप्ताह के अंदर पुरा नही हुआ तो पालकों के द्वारा उग्र आन्दोलन एवं शाला में ताला बंदी किया जावेगा।
शासकीय प्राथमिक शाला पचरी में दो शिक्षक के भरोसे चल रहा है जो दो शिक्षक पदस्थ है,जिसमें से एक शिक्षक के पास प्रधान पाठक का भी कार्य है,जिसे कई प्रकार के सरकारी कार्यालयिन कार्य करने होते है, कुल मिलाकर यहा की पढ़ाई भगवान भरोसे चल रहा है। वही स्कूल में उपस्थिति दर्ज़ संख्या 190 विधार्थी अध्ययनरत है,गत शैक्षणिक सत्र में शिक्षा व्यवस्था के लिए अन्य स्कूल के दो शिक्षकों को संलग्न किया गया था। जो शासन के आदेश पर मुल शाला में वापस चले गये है,वर्तमान में प्राथमिक स्कूल में सिर्फ़ 2 शिक्षक पदस्थ है, जिसमें से एक शिक्षक जिनके पास प्रधान पाठक का भी दायित्व है,प्रधान पाठक को कई प्रकार के सरकारी कार्य करने होते है,इस तरह यहा के बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है,हाल ही में शासन द्वारा शिक्षकों की नई भर्ती की गयी है।
यहा प्राथमिक स्कूल में शिक्षकों की भारी कमी होने के बाद भी एक भी नये शिक्षक की पदस्थापना नही की गयी है,यहा स्कूल में अध्ययनरत 80 से 90 प्रतिशत बच्चे प्रतिदिन स्कूल पढ़ने आते है,शिक्षक के अभाव में उनकी पढ़ाई उनके खुद के भरोसे हो गयी है,ग्राम पचरी के सरपंच हेमलता ड़ड़सेना व शाला विकास समितिय के अध्यक्ष परशु राम रात्रे ने शासन प्रशासन और शिक्षा विभाग से प्राथमिक स्कूल में तत्काल शिक्षकों की पदस्थापना की मांग की है।