मुख्यमंत्री 16 जून को प्रदेश स्तरीय समारोह में करेंगे शाला प्रवेशत्सव का शुभारंभ

मुख्यमंत्री 16 जून को प्रदेश स्तरीय समारोह में करेंगे शाला प्रवेशत्सव का शुभारंभ

June 15, 2022 0 By Central News Service

नक्सल प्रभावित 4 जिलों के 260 बंद स्कूल फिर से खुलेंगे

 रायपुर, 15 जून 2022/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 16 जून को दोपहर 1.30 बजे अपने निवास कार्यालय से आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में प्रदेश के स्कूलों में शाला प्रवेश उत्सव का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित इस प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम का प्रदेश के चयनित मुख्य स्कूलों में सीधा प्रसारण किया जाएगा। मुख्यमंत्री कार्यक्रम में बटन दबाकर नक्सल प्रभावित चार जिलों- सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर में बंद पड़े 260 स्कूलों को फिर से शुरू करेंगे। इन स्कूलों से 11 हजार 13 बच्चों को शिक्षा का लाभ मिलेगा। बीजापुर जिले में सबसे अधिक 158, सुकमा जिले में 97, नारायणपुर जिले में 4 और दंतेवाड़ा जिले में एक बंद स्कूल फिर से खोला जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल छत्तीसगढ़ महतारी एवं स्वामी आत्मानंद के चित्र पर मार्ल्यापण कर कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल इस मौके पर पुनः खोले जा रहे स्कूलों के पालकों और बच्चों से ऑनलाइन सीधा संवाद करेंगे। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और बीजापुर के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा भी कार्यक्रम को सम्बोधित करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विद्यार्थियों का स्वागत और पुस्तक वितरण करेंगे। 

जिला स्तरीय कार्यक्रम अपरान्ह 3 बजे से शुरू होंगे

प्रदेशव्यापी शाला प्रवेश उत्सव के मुख्य कार्यक्रम के बाद जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव के कार्यक्रम 3 बजे से शुरू होंगे। जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में नव-प्रवेशित बच्चों का मिठाई, गुलाल, पुस्तक एवं गणवेश वितरण कर प्रतिभाशाली बच्चों का सम्मान एवं स्वागत किया जाएगा। अतिथियों द्वारा विभिन्न हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ- महतारी दुलार योजना, सायकल वितरण, विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों के लिए आवश्यक संसाधन और प्रतीकात्मक छात्रवृत्ति का वितरण किया जाएगा। जिला एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी, शाला संकुल के प्राचार्य आगामी सत्र में गुणवत्ता सुधार के लिए तैयार कार्ययोजना से समुदाय विशेषकर पालकों को परिचय कराएंगे। कार्यक्रम में चयनित बच्चों द्वारा अभिव्यक्ति एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी। पालकों एवं शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों के बीच चर्चा होगी। कार्यक्रम को मुख्य अतिथि और विशेष अतिथियों द्वारा सम्बोधित किया जाएगा।