जानें, कौन हैं गीता भाटी जिनकी सैंडल गुम होने ने बटोरी चर्चा…सरकार को अल्टिमेटम
December 7, 2020नए कृषि कानून (Farm Law Latest News) को लेकर किसानों () का हल्लाबोल जारी है। हाइवे पर किसानों का चूल्हा, लंगर, किसानों के साथ बैठक, मोदी सरकार, एमएसपी, कंगना, दिलजीत, नारेबाजी, ट्रैक्टर-ट्रॉली…अब नया किस्सा गीता भाटी की सैंडल बन चुका है। गीता भाटी (Geeta Bhati Latest News) नाम की महिला का आरोप है कि उनकी सैंडल छीन ली गई ताकि वह आगे की जंग ना लड़ सकें। गीता भाटी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल हुआ तो ट्विटर ट्रेंड भी शुरू हुआ। ट्विटर पर टॉप ट्रेंडिंग (Twitter Top Trending) में गीता भाटी की सैंडल वापस करो शामिल है। गीता भाटी किसान एकता संघ नाम के संगठन की महिला मोर्चा विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
एनबीटी ऑनलाइन ने गीता भाटी से बात की। उन्होंने सैंडल छीनने के पीछे सरकार की साजिश बताया। गीता भाटी ने कहा, ‘हम लोग शनिवार को ग्रेटर नोएडा से दिल्ली जा रहे था ताकि में शामिल हुआ जा सके। पुलिस प्रशासन ने हमें जीरो पॉइंट पर बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। हमने उनसे आग्रह किया कि हमें जाने दिया जाए लेकिन उन्होंने मेरी पैर से सैंडल खींच ली। क्या आप हमारे सैंडल खींच लोगे तो हम प्रदर्शन नहीं करेंगे। उसके बाद काफी मांगते रहे। फिर भी मेरे सैंडल नहीं दिए गए। मेरे पैर में चोट थी, बिना सैंडल मैं चल नहीं पाऊंगी इस वजह से मेरे सैंडल छीने गए।’
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‘…तो हम उग्र आंदोलन करेंगे’गीता भाटी कहती हैं, ‘उन्हें गलतफहमी थी। पैर में चोट हो, टूट जाए, हम मर भी जाएं लेकिन किसानों को यह नहीं रोक पाएंगे। जबतक बदलाव नहीं होगा हम नहीं रुकेंगे। हमें वहां गिरफ्तार कर लिया गया, फिर पुलिसलाइन ले जाकर बैठा लिया गया। किसान सौ रुपये कमाने के लिए रात दिन एक करता है। कितनी मुश्किल से वह अपने तन के लिए एक भी चीज ले पाता है। इसके बावजूद मेरी सैंडल छीन ली गईं। मेरी मांग है कि प्रशासन सैंडल वापस कर दी जाएं। सरकार की साजिश है यह ताकि किसानों को कमजोर किया जा सके। धरना प्रदर्शन करने से रोका जा सके। सर्दी के मौसम में आज सैंडल छीने, कल ये स्वेटर जर्सी छीनेंगे। इनका तो यह चलन हो गया। उस समय छीन लिया गया लेकिन बाद में तो देना चाहिए। मुझे प्रशासन सैंडल वापस करे, सरकार मेरी सैंडल वापस कराए वरना हम उग्र आंदोलन करेंगे।’
‘दिल्ली पुलिस ने रास्ते में रोका’उधर, एथलीट्स भी अब किसानों के साथ खड़े हो गए हैं। रविवार को जहां बॉक्सर विजेंदर सिंह ने नए कृषि कानूनों को वापस न लिए जाने पर राजीव गांधी खेल रत्न सम्मान लौटाने की धमकी दी थी। सोमवार को 30 खिलाड़ी अपने-अपने अवॉर्ड लौटाने
के लिए कूच कर गए। हालांकि
ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया।