आईपीओ का विरोध,प्रदेशभर में प्रदर्शन
May 4, 2022बीमा धारकों की संपत्ति को नीलाम कर रही केंद्र सरकार*
एल आई सी के आई पी ओ में 50 हजार करोड़ रुपयों का घोटाला :
बीमाकर्मियो ने 2 घंटे की हड़ताल कर हर कीमत पर इस संस्था को बचाने का किया एलान
रायपुर। एल आई सी का आई पी ओ बिक्री हेतु जारी किये जाने के विरोध में आज 4 मई को देशभर में लाखों बीमाकर्मियो ने भोजनावकाश के पूर्व 2 घंटे की सफल बहिर्गमन हड़ताल कर इसके खिलाफ तीव्र प्रतिवाद का इजहार किया। आल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन के आव्हान पर बीमाकर्मी अपना कार्य रोककर कार्यालयों से बाहर निकल आये तथा गेट के समक्ष विरोध प्रदर्शनों व सभाओ का आयोजन किया। संगठन के क्षेत्रीय महासचिव धर्मराज महापात्र ने उक्त जानकारी देते हुए केंद्र सरकार पर बीमा धारकों की संपत्ति को नीलाम करने का आरोप लगाते हुए इसे देश के साथ विश्वासघात करार दिया । मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ को मिलाकर मध्य क्षेत्र के आठों मंडल कार्यालयों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, शहडोल, सतना, रायपुर व बिलासपुर व उनके अधीनस्थ शाखा कार्यालयों में यह हड़ताल पूर्णत:सफल रही। रायपुर में पंडरी स्थित मंडल कार्यालय में मुख्य हड़ताली सभा को संबोधित करते हुए आल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन के उपाध्यक्ष काम. बी. सान्याल ने कहा कि इस आई पी ओ के माध्यम से 50 हजार करोड़ रुपयो से भी ज्यादा का घोटाला किया जा रहा है। एक ओर मिलीमन एक्चुरियल फर्म द्वारा संस्थान की एम्बडेड वैल्यू को बहुत कम आँका गया है। दूसरी ओर एल आई सी के प्रति शेयर मूल्य का निर्धारण करते वक्त मात्र 1.1 गुणन कारक का उपयोग किया गया है जो भारत मे सूचीबद्ध अन्य जीवन बीमा कंपनियों के गुणन कारक 2.5 से 4 की तुलना में बहुत कम है। स्पष्ट है कि जिस शेयर का मूल्य 2800 से 3400 रुपयो के मध्य निर्धारित होना था उसे मात्र 906 से 950 की प्राइज रेंज में बिक्री हेतु जारी कर 50 हजार करोड़ रुपयो का स्पष्ट घोटाला किया गया है। सेंट्रल ज़ोन इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन के महासचिव का. धर्मराज महापात्र ने अपने संबोधन में कहा कि देश के प्रमुख अर्थशास्त्रियों एवं वित्त विशेषज्ञों ने एल आई सी की एम्बडेड वैल्यू एवं प्रति शेयर मूल्य निर्धारण के आंकलन को चुनौती दी है। सरकार हड़बडी में यह कदम उठा रही है तथा अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों की तरह एल आई सी को भी औने पौने दामों में बेच देने की हठधर्मिता कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार नव उदारवादी नीतियों को तेजी से थोपने के क्रम में भारत की आर्थिक आत्मनिर्भरता की प्रतीक एल आई सी को भी बेचना आरंभ कर चुकी है। बीमाकर्मियो ने विगत 3 दशकों से अपने संघर्षो के माध्यम से एल आई सी में निजीकरण को रोक कर रखा था। आज इसका आई पी ओ जारी होने के बाद एक नये संघर्ष का सूत्रपात हो रहा है। हम इस देश की मेहनतकश जनता के साथ मिलकर एल आई सी व आम बीमा निगम के सार्वजनिक चरित्र की रक्षा हेतु संकल्पित है। सभा को आर डी आई ई यू की ओर से काम अनुसूईया ठाकुर एवं काम राजेश पराते ने संबोधित करते हुए केंद्र सरकार के इस निर्णय को राष्ट्रीय हितों पर कुठाराघात निरूपित किया। इस सभा को एक्टू के राज्य सचिव काम बृजेन्द्र तिवारी, सी टू के राज्य सचिव का एम के नंदी, एम पी एम एस आर यू के का हेमंत परमार एवं एफ एम आर ए आई के का विभास पटौन्दी ने संबोधित करते हुए हड़ताली बीमाकर्मियो के साथ एकजुटता व्यक्त की। सभा की अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष का अलेक्जेंडर तिर्की ने की एवं धन्यवाद प्रस्ताव संगठन के महासचिव का सुरेंद्र शर्मा द्वारा रखा गया। जारी विज्ञप्ति में जानकारी दी गई है कि इसी प्रकार की सभाये रायपुर की अन्य शाखा कार्यालयों रायपुर-1, रायपुर-2, रायपुर-3, सी ए बी रायपुर सहित धमतरी, कांकेर, जगदलपुर, दंतेवाडा, महासमुंद, सराईपाली, भिलाई-1, भिलाई-2, सी ए बी भिलाई, दुर्ग, राजनांदगांव, दल्ली राजहरा शाखा कार्यालयों में भी संपन्न हुई है।