शिक्षकों के धैर्य और संतुलन का गहरा प्रभाव बच्चों पर होता है: श्रीमती नेताम‘‘मोर मयारू गुरूजी’’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया…
April 26, 2022महासमुंद 26 अप्रैल 2022/ छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती तेजकुंवर नेताम की अध्यक्षता में जिला पंचायत के सभाकक्ष में शिक्षकों के लिए मोर मयारू गुरूजी विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बच्चों के मानसिक विकास पर शिक्षकों के प्रभाव के विषय में शिक्षकों को जागरूक करना था। कार्यशाला में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष तेजकुंवर नेताम ने कहा कि शिक्षकों के धैर्य और संतुलन का गहरा प्रभाव बच्चों पर पड़ता है। बच्चों के व्यवहार को पढ़ना सीखने से बच्चों को गढ़ना शिक्षक स्वयं सीख जाएंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों को शैक्षणिक ज्ञान के साथ व्यवहारिक और नैतिक शिक्षा भी दी जानी चाहिए। कक्षा का वातावरण बच्चों के अनुकूल और दोस्ताना होना चाहिए।
आयोग के सचिव प्रतीक खरे ने पॉवर पॉईंट प्रेजेंटेशन एवं खेल के माध्यम से बच्चों के व्यवहार के संबंध में शिक्षकों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ उनके अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी देना भी शिक्षकों की नैतिक जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर बाल विकास संरक्षण आयोग की सदस्यगण श्रीमती पुष्पा पाटले एवं आगस्टिन बर्नार्ड, सचिव प्रतीक खरे, बृजेन्द्र ठाकुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी समीर पांडेय, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती एस. चंद्रसेन सहित महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक एवं शिक्षक उपस्थित थे।