बागबाहरा महाविद्यालय में गौरैय्या चिरैय्या संरक्षण पर कार्यशाला
April 7, 2022बागबाहरा 07 अप्रैल 2022 / वन विभाग का विशेष पहल गौरैय्या चिरैय्या संरक्षण पर शासकीय महाविद्यालय बागबाहरा में युथ रेडक्रॉस सोसाइटी एवं एलुमनी एसोसिएशन के सह संयोजन में गौरैय्या चिरैय्या के लिए घोसला निर्माण एवं उन्हें घर आंगन में पुनः वापस लाने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित वन परिक्षेत्र अधिकारी विकास कुमार चन्द्राकर ने बताया कि घरों के निर्माण में आधुनिक तकनीक का उपयोग ,कंक्रीट का उपयोग ज्यादा होने के कारण गौरैय्या चिरैय्या का प्राकृतिक आवास समाप्त हो रहा है,गौरैय्या विलुप्त होते जा रहा है। अतः हम सभी मिलकर पुनः गौरैय्या को वापस हमारे घरों में लाये इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।महाविद्यालय के प्राचार्य बी एस ठाकुर ने गौरैय्या को घरेलू चिड़िया बताते हुए कहा कि गौरैय्या हमारे परिवार के सदस्य की तरह घरों में रहा करती थी लेकिन अब ये कम दिखाई देने लगी हैं,इन्हें संरक्षण देने की आवश्यकता है,घर आंगन में पुनः वापस लाने में वन विभाग के पहल की सराहना की।चेतन लाल साहू संयोजक गौरैय्या चिरैय्या संरक्षण एवं छोटू निषाद मास्टर ट्रेनर में इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को घोसला निर्माण की तकनीक सिखाई साथ गौरैय्या का स्वभाव ,भोजन एवं उनके जीवन चक्र के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला में कुल 70 विद्यार्थियों ने घोसला निर्माण की तकनीक सीखकर 10 घोसला तैयार कर महाविद्यालय में लगाया गया ।
इस अवसर पर रेडक्रॉस प्रभारी गजानंद बुडेक एवं एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष पुष्पेंद्र चन्द्राकर ने सभी विद्यार्थियों को घोसला तैयार कर अपने-अपने घरों में लगाकर गौरैय्या को घर आँगन में पुनः वापस लाने हेतु प्रेरित किये।इस कार्यशाला को सफल बनाने में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक एस जी रात्रे,प्रमुख ग्रथपाल डॉ. लक्ष्मण सिंह साहू ,प्राध्यापक डॉ. लखपति पटेल.धनुर्जय साहू,कोमल सोनवानी.क्रीडाधिकारी पालम कुमार दीवान,प्रयोगशाला तकनीशियन नीलमणी साहू एवं कार्यालय थानुराम साहू का विशेष सहयोग रहा।