हजारों की संख्या में महिलाओं के साथ किसान नेता अशवंत तुषार साहू ने अपना समर्थन दिया और 11 सूत्रीय मांग के साथ रैली निकाली तथा धरना प्रदर्शन करते हुए सत्याग्रह किया
April 5, 2022महासमुंद 05 अप्रैल 2022/ नेशनल हाईवे में स्थित गांव तुमगांव,सिरपुर, पटेवा, महासमुंद आदि क्षेत्रों की महिला किसान पिछले 39 दिनों से लगातार धरना प्रदर्शन कर रही हैं
जिसमें किसान नेता अशवंत तुषार साहू ने अपना समर्थन देने पहुंचा और अपने उद्बोधन में कहा कृषि भूमि वन भूमि काबिल कास्त भूमि आदिवासी भूमि में गैर कानूनी ढंग से करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट का जो निर्माण किया जा रहा है, इससे पहले मेरे द्वारा करनी कृपा पावर प्लांट के विरोध में पाम्पलेट बैनर पोस्टर बनाकर गांव- गांव में बटवा कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया था ।
वह मेरे द्वारा आसपास गांव के सभी किसानों के हस्ताक्षर के साथ विधायक संसाद कलेक्टर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री व राज्यपाल के नाम से नवंबर-दिसंबर महा में ज्ञापन दिया गया था ,उसके बाद भी क्षेत्रीय विधायक सांसद एक बार भी सुध लेने के लिए हमारे धरना प्रदर्शन में नहीं आए और इन्हीं रोड से गुजर कर अनेक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं । बड़ा दुख की बात है यहां की स्थानीय विधायक ऐसा कौन सा चश्मा पहनकर घुमता है जो उन्हें आज तक 39 दिन हो गया है धरना प्रदर्शन और उसको दिखाई नहीं देता |
ऐसे निकम्मे कामचोर दलाल सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आज यहां की जनता ने ठानी है 2023 में ऐसे जनप्रतिनिधियों को उखाड़ फेंकने का काम करेगा और इसी आंदोलन से ही एक ऐसा नेता चुनेगा जो हमेशा उनके सुख और दुख में साथ देगी ,ततपश्चात गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लाखन सिंह गोंड ने कहा की छत्तीसगढ़ में पूर्व में भाजपा रमन सरकार ने 15 साल तक छत्तीसगढ़ के जल जंगल जमीन को बेचने का काम किया ,उसी तरह भूपेश बघेल कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ हर जिले के जल जंगल जमीन को उद्योग पतियों को बेचने का काम कर रही है ।आज महासमुंद के साथ पूरे छत्तीसगढ़ में किसान खेती कृषि भूमि में आश्रित हैं उनकी जमीनों को देश के पूंजी पतियों को बेचा जा रहा हैं ।
विकास के नाम में छत्तीसगढ़ के किसानों को छला जा रहा हैं कहा और आज दोपहर 12 बजे से डॉ.लोहिया चौक महासमुंद में महिला किसानों द्वारा 11 सूत्रीय मांग को लेकर धरना प्रदर्शन रैली सत्याग्रह में शामिल होने के लिए एक हजार से अधिक महिला किसान पहुंची तथा अपने विरोध की आवाज बुलंद की। धरना सत्याग्रह सभा को संबोधित करने के पश्चात दोपहर 3 बजे रैली निकालकर जिलाधीश कार्यालय में महामहिम राष्ट्रपति, राज्यपाल,मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव के नाम 11 सूत्रीय मांग पत्र जिलाधीश महासमुंद को सौंपा।
महिला किसान सत्याग्रह का नेतृत्व महिला नेत्री डिगेश्वरी चंद्राकर पूर्व सरपंच( कौंवाझर), मुनु बाई पटेल पूर्व सरपंच (धानापाली),ननकुनिया पारधी(खैरझिटी) नीरा ध्रुव सरपंच(कौंवाझर) डेजीरानी नेताम (बाँसकुड़ा ),संतोषी चंद्राकर (कौंवाझर) राधा बाई, ललिता सिन्हा, रामबाई सिन्हा, मंगली पटेल, रजवंतीन यदु,श्याम बाई, लता सिन्हा, नीरा बाई सिन्हा, चन्द्रवनतीं यादव,सुकवारो पटेल ( खैरझिटी)रामवती पटेल (मालीडीह),सुशीला ध्रुव (गुडरुडीह), कुंती ध्रुव (परसाडीह),जयंती पटेल ( पिरदा),विशाखा खैरवार ( बीरबिरा),संधोरी साहू ( तुमगांव) ने किया. साथ ही साथ उपरोक्त महिला नेत्रीगणों ने धरना रैली सत्याग्रह सभा को संबोधित किया ।