बरभाटा (झलप) में मनाया गया गुरु बालक दास जी का शहादत दिवस.. समाजजनों ने शोभायात्रा निकालकर दी श्रद्धांजलि..
March 30, 2022महासमुंद 30 मार्च 2022/ जिले के झलप आदर्श युवा समिति- बरभांठा के तत्वावधान में 28 मार्च 2022 को पूज्य संत शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा जी के द्वितीय पुत्र राजा गुरु बालक दास जी का 162 वीं शहादत दिवस मनाया गया ।
ज्ञात हो कि आज से 162 वर्ष पूर्व गुरु बालकदास जी, जो कि गुरुघासीदास जी के द्वितीय पुत्र थे, जिनका 28 मार्च 1860 में समाज को संगठित करने (रावटी) के दौरान बिलासपुर जिले के औंराबांधा में कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा छल पूर्वक हत्या कर दिया गया था । जिसके याद में समाज के द्वारा यह कार्यक्रम रखा गया था। जिसमे कार्यक्रम की शुरुआत दोपहर 1:00 बजे से छ .ग. सतनामी मुक्ति केन्द्र झलप शाखा के मार्गदर्शन व आदर्श युवा समिति बरभाठा के नेतृत्व में शोभा यात्रा निकाली गई जो बरभांठा से निकल कर बाइक रैली के रूप में सिंघनपुर, झलप, लखनपुर, गुड़ेलाभाटा, पचरी होते हुए ढेलवा पहाड़ जहां उनका मेला स्थल बनॉय गया है, बाद में पूजा अर्चना किया गया इस दौरान सभी ग्रामों में शोभा यात्रा का फूलमाला व नारियल भेंट कर स्वागत किया गया ।
तत्पश्चात शाम 4:00 बजे बरभाठा पहुंच कर शांति सभा रखा गया जिसमें समाज के पदाधिकारी व आस पास के उपस्थित समाज जनों ने गुरु बालक दास जी के शहादत को याद किया।
वक्ताओं ने कहा गुरु बालक दास जी मानवता के पुजारी थें उन्होंने गुरु घासीदास जी के मनखे- मनखे एक बरोबर के रास्ते पर चल कर सतनाम पंथ जो कि समाजिक समानता पर आधारित पर आगे बढ़ाने का काम किया , तत्कालीन परिस्थति में जहां भारत मे राज तंत्र थी और देश की तमाम संम्प्पति जल जंगल, जमीन, राजा महाराजाओं के अधीन था जिसमे लोगों के पास जमीन नही, रोजगार नही, जीवन जीने का साधन नही था। उन्होंने पूरे छत्तीसगढ़ के लोगों का पालन हार बन कर यहा की जनता को अपने संघर्षों से जल जंगल जमीन पर अधिकार दिलाया और लोगों के जीवन मे शुख शांति समृद्धि लाने का काम किया।
इस माध्यम से उन्होंने 36 टुकड़ों में बटे विभन्न जातियों के बीच भाईचारा पैदा कर सभी को मान सम्मान और स्वाभिमान से जीने का ढंग सिखाया जिसका परिणाम रहा कि छत्तीसगढ़ में सभी जाति धर्म के लोग गौटिया, मालगुजार और जमींदार बने और बड़ी संख्या में सभी जातियों के लोगों ने सतनाम पंथ को स्वीकार जो उस समय की जनसंख्या के अनुपात पर 38 % फीसदी लगभग 5 से 7 लाख लोग सतनामी समाज के अनुयाई बने। गुरु बालकदास जी का संघर्ष ने हमे जीने की राह दिया जिसे यह समाज कभी भूल नही सकता , हम सदा उनके ऋणी रहेंगे और उनका नाम युगों युगों तक अमर रहेगा ।
कार्यक्रम को मुख्य अतिथि – अश्वनी टोंड्रे जी( जिलाध्यक्ष छत्तीसगढ़ सतनामी मुक्ति केंद्र, महासमुन्द), अध्यक्षता -हीरा जोगी जी अध्यक्ष (छत्तीसगढ़ सतनामी सामाज मुक्ति केंद्र शाखा- झलप ), विशिष्ट अतिथियों में नानजी बाघमारे जी(केंद्रीय संयोजक छत्तीसगढ़ सतनामी मुक्ति केंद्र-महासमुन्द), महेंद्र कोसरिया जी (उपाध्यक्ष झलप शाखा), रामेश्वर भारती जी(जिला सचिव) , भागवत योगी जी (संरक्षक), देव कुमार टंडन जी, कीर्ति बघेल जी (जिलाध्यक्ष सतनामी समाज गिरौदपुरी धाम ), मेघराज चन्द्रसेन जी ( जिलाध्यक्ष सतनामी समाज गिरौदपुरी धामा, आदि लोगों ने संबोधित किया, मंच संचालन राजेन्द्र जांगडे जी ( खम्हारमूडा ), आभार देवेन्द्र राय जी, बिरसिंग बंजारेजी, आनंद ढ़ीढ़ी जी, (सभी कार्यकारिणी सदस्य) चैतू मार्कंडेय जी (सचिव- शाखा झलप) वेद जोशी जी , काशी कोसरिया जी, बाबूलाल मन्नाडे जी, पन्नालाल प्रभाकर जी , राजाराम भास्कर, अंगध्वज , बसंत, टेकराम भारतद्वाज,लक्ष्मीकांत साहू, गोवर्धन आवड़े, नंदू टंडन, अर्जून कोसरिया, तरुण बंजारे, पिंटू कुर्रे, भारत टण्डन,गजेन्द्र कुर्रे, ओमेश बंजारे, भानुप्रताप लहरे,पुरन मारकण्डे, अरवींद लहरे (पचरी ), सतीश मारकंडे ( पचरी ), मानसिंग महेश्वरी ( चौंकबेड़ा ),लखन ध्रुव, त्रिलोचन ध्रुव, पुनाराम साहू , गैंदराम यादव, नोहर यादव, निर्मलदास कोसरिया, छगन कुर्रे, संजय,सुनिल कोसरिया, ओमप्रकाश आवड़े,विनोद आवड़े, डिगेन्द्र, संजय, ओमप्रकाश, देवचंद , डागेश्वर कुर्रे,रोमन, नोहर, दौलत ध्रुव, किलोचन ध्रुव, गंगा प्रसाद , बलराम यादव, लोकेश ध्रुव, करण साहू,राजू साहू, नरेश ध्रुव , होमेश, जितेश, मितेश, समीर,, बीश्वा, पवन ध्रुव, नीलकण्ठ , गणेश, प्रभाकर, बिजेलाल जांगड़े,कमल लहरे,भूपेन्द्र भास्कर, भूपेन्द्र कोसरिया,सतीश ध्रुव , खेन्द्र कुमार, कपिल,आदि एवं बड़ी संख्या मे गांव के महिला पुरुष बच्चे युवा विशेष रूप से उपस्थित रहे ।
उक्ताशय की जानकारी आदर्श युवा समिति के सदस्य देवेंद्र राय जी(महासमुंद ब्लॉक अध्यक्ष छत्तीसगढ़ सतनामी समाज गिरौदपुरी धाम व सहसचिव शाखा झलप ) और लक्ष्मीकांत साहू जी ने दी है।