शिक्षक-कर्मचारी संगठन हुए एकजुट पुराना पेंशन बहाली को लेकर रायपुर में 11 मार्च को NMOPS करेगा धरना- रैली

शिक्षक-कर्मचारी संगठन हुए एकजुट पुराना पेंशन बहाली को लेकर रायपुर में 11 मार्च को NMOPS करेगा धरना- रैली

March 5, 2022 0 By Central News Service

रायपुर,5 मार्च 2022। कर्मचारियों के लिए पुराना पेंशन बहाली उनके भविष्य को सुरक्षित करता है। जिसको लेकर NMOPS (नेशनल मूमेंट फार ओल्ड पेंशन स्किम) के बैनर तले विभिन्न शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी संगठन प्रांतीय संचालक के समान भूमिका में 11 मार्च 2022 को बूढ़ा तालाब रायपुर धरना स्थल में एक दिवसीय ध्यानाकर्षण प्रदर्शन करेंगे। इस प्रदर्शन में पुराना पेंशन से वंचित अर्थात 01 जनवरी 2004 के पश्चात् नियुक्त समस्त कर्मचारी अधिकारी भाग लेंगे और इसी बजट सत्र में पुराना पेंशन बहाली करने की घोषणा का मांग छत्तीसगढ़ सरकार मुख्यमंत्री से करेंगे।

NMOPS में सामूहिक नेतृत्व

पुराना पेंशन बहाली को मजबूत करने के लिए NMOPS का गत दिवस विस्तार किया गया जिसमें विजय बंधु राष्ट्रीय अध्यक्ष के राष्ट्रीय नेतृत्व में छ.ग. प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ, छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन, छत्तीसगढ़ सर्व शिक्षक संघ, NMOPS छत्तीसगढ़, नवीन शिक्षक संघ, स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ एंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष केदार जैन, मनीष मिश्रा, प्रदीप पांडेय, राकेश सिंह, विकास सिंह राजपूत, टार्जन गुप्ता, कृष्ण कुमार नवरंग सभी प्रांतीय संचालक समान भूमिका एवं सामूहिक संयुक्त नेतृत्व में पुरानी पेंशन बहाल की लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे और इसका आगे भी विस्तार किया जाएगा छत्तीसगढ़ के सभी कर्मचारी और अधिकारी संगठन को इसमें जुड़ने के लिए आह्वान किया गया है जिनके प्रांत अध्यक्ष प्रांतीय संचालक की समान भूमिका में रह कर कार्य करेंगे। सभी मिलकर इस अभियान को गति देते हुए मंजिल तक पहुंचाने में अपना योगदान देंगे।

पुराना पेंशन बहाली से 2 लाख 80 हजार कर्मचारियों को होगा लाभ

NMOPS के प्रांतीय संचालकों ने बताया है कि छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन से वंचित जो 01 जनवरी 2004 से नियुक्त कर्मचारियो-अधिकारियो की संख्या 2 लाख 80 हजार हैं। जिनको पुरानी पेंशन के बहाल होने से उनके एवं उनके परिवार का भविष्य सुरक्षित होगा। जब किसी भी व्यक्ति को अपना भविष्य सुरक्षित लगता है तो निश्चित ही उसके कामों में और पैनापन, मजबूती, दृढ़ता आता है जिसका लाभ पूरे समाज और हर वर्ग को प्राप्त होता है। इसलिए पुरानी पेंशन की बहाली अति आवश्यक है।

जन घोषणा पत्र में किया गया है वायदा

छत्तीसगढ़ राज्य के चुनाव 2018 में वर्तमान सत्तासीन भारतीय कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने जन घोषणा पत्र में छत्तीसगढ़ के पेंशन विहीन 2 लाख 80 हजार कर्मचारियों-अधिकारियों से पुरानी पेंशन बहाल करने का वायदा किया गया है। जिसे अब पूरा करने का समय आ गया है। सरकार को चाहिए कि अपने कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करते हुए उन्हें एक बड़ा सौगात देकर पुरानी पेंशन बहाल करने की घोषणा वर्तमान बजट सत्र के दौरान माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा किया जाए जिसका मांग NMOPS करता है।

राजस्थान में पुराना पेंशन हुआ बहाल, छत्तीसगढ़ में भी होने की आस

राजस्थान में पुराना पेंशन बहाल करने की घोषणा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के द्वाराविधानसभा में बजट सत्र के दौरान किया गया। राजस्थान में भी कांग्रेस पार्टी की सरकार सत्तासीन है और छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस पार्टी की सरकार है। पार्टी की एक समान नीति होती है जो छत्तीसगढ़ में भी पुराना पेंशन बहाली का संकेत भी देता है। पुराना पेंशन बहाल करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि जबसे नवीन अंशदायी पेंशन योजना लागू किया गया है। कर्मचारी-अधिकारी अपने भविष्य को लेकर असुरक्षित महसूस कर रहे थे, जो उनके कार्य शैली को प्रभावित करता है। इसलिए उनके भविष्य को सुरक्षा प्रदान करने के लिए पुराना पेंशन की बहाली जरूरी है। यह सरकार का दायित्व हैं कि वह अपने कर्मचारियों-अधिकारियों के भविष्य को सुरक्षित करें। यह एक बड़ी बात है। अशोक गहलोत जी एक वरिष्ठ राजनेता है। देश, देश, समाज, जनता, कर्मचारियों, अधिकारियों के विकास और उस विकास के प्रभाव को भलीभांति समझते और जानते हैं।

छत्तीसगढ़ की वित्तीय स्थिति बेहतर

प्रत्येक राज्य अपने वित्तीय संसाधन के आधार पर जन कल्याण के कार्य को करता है। पुराना पेंशन के बहाली के मामले में देखा जाए तो राजस्थान के राज्य सरकार ने पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा की जिसे झारखंड राज्य भी आगे बढ़ा रहा है। पश्चिम बंगाल में यह पहले से लागू है। इन राज्यो की वित्तीय स्थिति व
संसाधनों की बात की जाए तो राजस्थान, झारखंड या पश्चिम बंगाल की वित्तीय स्थिति से छत्तीसगढ़ राज्य की वित्तीय स्थिति व संसाधन कमजोर नहीं है। अर्थात इन राज्यों से छत्तीसगढ़ की वित्तीय स्थिति अनुपातिक रूप से बेहतर ही है। छत्तीसगढ़ में संसाधनों की कोई कमी नहीं है। जिसका बेहतर उपयोग वर्तमान देश की भूपेश सरकार द्वारा जनकल्याण के कार्यों में लगातार किया भी जा रहा है। जिसको देखते हुए छत्तीसगढ़ के 2 लाख
80 कर्मचारियों-अधिकारियों को पूरा भरोसा है कि पुरानी पेंशन बहाल करने में वित्तीय स्थिति आड़े नहीं आएगा। पुरानी पेंशन बहाल करने में वर्तमान में वित्तीय स्थिति पर कोई भाव भी नहीं पड़ेगा और कोई वित्तीय राशि नहीं देना पड़ेगा। बल्कि जो सरकार के अंशदान का अरबों रूपए कर्मचारियों के लिए नवीन
अंशदाई पेंशन के तहत एन एस डी एल में जमा है वह राज्य सरकार को प्राप्त होगा जिसका उपयोग इस कार्य में भी और जन कल्याण के कार्य में भी किया जा सकता है।

11 मार्च 2022 के ध्यानाकर्षण प्रदर्शन में शामिल होने की अपील

सभी प्रांतीय संचालक सर्व केदार जैन, मनीष मिश्रा, प्रदीप पाण्डेय, राकेश सिंह, विकास सिंह राजपूत, टार्जन गुप्ता, कृष्ण कुमार नवरंग ने छत्तीसगढ़ के समस्त पुरानी पेंशन विहीन 2 लाख 80 हजार कर्मचारियों-अधिकारियों से अपील किया है कि अपने व अपने परिवार के भविष्य के लिए 11 मार्च 2022 को 11 बजे धरना स्थल बूढ़ा तलाब रायपुर में आयोजित पुरानी पेंशन बहाली एक दिवसीय ध्यानाकर्षण प्रर्दशन में में शामिल होकर अपनी मांग व आवाज को बुलंद करें। सरकार तक अपनी मांग को पहुंचाए ताकि वर्तमान बजट सत्र में इसकी घोषणा हो जाए।