बलिदान दिवस पर क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की वीरगाथा को किया याद – किसान नेता अशवंत तुषार साहू
February 27, 2022महासमुंद 27 फरवरी 2022/ क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी थे। जिनसे ब्रिटिश शासन थर्राता था। वह शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, शहीद भगत सिंह सरीखे क्रांतिकारियों के अनन्य मित्र थे।
सन् 1922 में महात्मा गांधी द्वारा असहयोग आंदोलन को वापस लेने के कारण वह क्रांतिकारी गतिविधियों से जुड़ कर हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के सक्रिय सदस्य बन गए। शहीद रामप्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में 09 अगस्त 1925 को काकोरी कांड किया और फरार हो गए। जलियांवाला कांड से वह काफी आहत थे। 27 फरवरी 1931 को शहीद हो गए। उनका जन्म 23 जुलाई 1906 में मध्यप्रदेश के जिला अलीराजपुर के गांव भावरा में हुआ था।
किसान नेता अशंवत तुषार साहू जी ने कहा कि देश के महान क्रांतिकारीयों कि गाथा है, जिसको आने वाली पीढ़ी को सीख के साथ शिक्षा प्रद भी हो, तभी देश महान एवं आजादी कि सही परिभाषा समझ सकेंगे।