आम बजट आम लोगों के साथ छलावा- कांग्रेस
February 2, 2022
महासमुंद 02 फरवरी 2022/ जिला कांग्रेस कमेटी के प्रभारी महामंत्री संजय शर्मा एवं शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष खिलावन बघेल ने प्रस्तुत केंद्रीय आम बजट को आम लोगों के साथ छलावा निरूपित किया है। कांग्रेसी नेताओं ने कहा की प्रस्तुत मोदी सरकार का बजट चंद उद्योगपति एवं बड़े पूंजीपतियों की हित की रक्षा करने वाला है,जबकि आम आदमी ठगा हुआ महसूस कर रहा है प्रस्तुत बजट में किसान वर्ग,युवा वर्ग,बेरोजगार नौजवान एवं महिलाओं के साथ-साथ छोटे व्यापारियों की भी अनदेखी की गई है।
कर्मचारियों के प्रति उदासीनता प्रदर्शित की गई है लोगों को इस बजट से महंगाई में राहत मिलेगी ऐसी उम्मीद थी,लेकिन मोदी सरकार ने सभी को मायूस किया है किसान एवं बेरोजगार नौजवान हसरत भरी निगाहों से इस बजट की बाट जो रहे थे लेकिन खाद में सब्सिडी कम करके एवं बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में मोदी सरकार नाकाम रही एवं अपने नाकामियों को प्रदर्शित किया है महिला सुरक्षा का कोई ध्यान नहीं रखा गया है महिलाओं की रसोई का स्वाद पहले से बिगड़ा हुआ था इस बजट में राहत ना दिए जाने से थाली में केवल दाल रोटी ही शेष रह गई है।
बघेल एवं शर्मा ने कहा कि मनरेगा का बजट प्रवधान कम कर के मजदूरों के साथ धोखा किया गया है मजदूरी दर में सिर्फ एक रुपया की बढ़ोतरी करके मजदूरों से मजाक किया गया हैं।
एयरकंडीशनर कमरा में बैठकर सिर्फ उद्योगपतियो के लिये बजट बनाया गया हैं।
इसी प्रकार पूर्व की मोदी सरकार की घोषणाओं में स्मार्ट सिटी,शिक्षा स्तर सुधारने के साथ डिजिटल इंडिया एवं मेट्रो ट्रेन का ख्वाब जो मोदी सरकार ने दिखाया था,वह सब नदारद हैं इसके अतिरिक्त शिक्षा क्षेत्र में राशि का प्रवधान बता कर,सिर्फ उद्योगपति टीवी चैनलों के फायदे के लिए 200 नए चैनल आरम्भ करने का विकल्प रखकर शिक्षा पद्धति को बर्बाद करने एवं टीवी जगत से जुड़े उद्योगपतियों को मालामाल करने की षड्यंत्र रचा गया है।किसानों के नाम पर राशि बताकर किसानों को फायदा ना पहुंचा कर फर्टिलाइजर कंपनियों के मालिक को ही सीधे-सीधे फायदा पहुंचाने वाली बजट है 2014 की घोषणा पत्र वा 2019 का घोषणा पत्र जिसके द्वारा भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव जीत कर आई है वह सभी योजनाएं गधे के सिर की तरह गायब है कुल मिलाकर यह बजट प्रधानमंत्री जी के खास उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने वाला ही है आम जनता एवं किसान एवं मध्यमवर्ग के लोगों को कोई लाभ नहीं होना है यह देश का आठवां दुर्भाग्यजनक बजट है।
कोरोना महामारी के चलते अनेकों लोगों ने जान गवाई है एवं लाखो लोग इस बीमारी की चपेट में आए हैं लेकिन वित्त मंत्री सीतारमण ने आम लोगों को आम बजट से और ज्यादा घायल किया है यदि सार में कहा जाए तो मोदी सरकार का केंद्रीय आम बजट घोर निराशा वादी एवं छलावा युक्त सिद्ध हुआ है।