जान का खतरा बताना तो एक बहाना था” “भीड़ नहीं थी रैली में इसलिए यू-टर्न लेकर वापस जाना था”-जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर

जान का खतरा बताना तो एक बहाना था” “भीड़ नहीं थी रैली में इसलिए यू-टर्न लेकर वापस जाना था”-जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर

January 7, 2022 0 By Central News Service

  • संपादक मनोज गोस्वामी

महासमुंद 07 जनवरी 2021 / प्रधानमंत्री के पंजाब दौरा के विषय में भाजपा द्वारा दिए गए बयानों की निंदा करते हुए महासमुंद जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर तीखी टिप्पणी की।

डॉ रश्मि चंद्राकर ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मुंह से ऐसी छोटी बातें शोभा नहीं देती, “भारतीय जनता पार्टी” पंजाब के एक दलित मुख्यमंत्री को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है इसलिए उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है। सुरक्षा में कोई कमी नहीं थी बस प्रधानमंत्री जी के रैली में भीड़ नहीं थी इसलिए वापस आ गए और अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए उल्टा चोर कोतवाल को डांट रहे हैं। जहां पर प्रधानमंत्री जी का काफिला रुका हुआ था वहां पर कोई भी किसान प्रदर्शनकारी मौजूद नहीं थे, जबकि 1 न्यूज़ चैनल के वायरल वीडियो में साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि जहां पर प्रधानमंत्री जी का काफिला रुका हुआ था वहां पर भाजपा के कार्यकर्ता झंडा लेकर नारेबाजी कर रहे थे जिसके वजह से प्रधानमंत्री जी की सड़क यात्रा बाधित हुई।

डॉ रश्मि चंद्राकर ने आगे कहा कि पंजाब सरकार ने प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा में कोई कमी नहीं छोड़ी थी 20 से ज्यादा आईपीएस ऑफिसर, सैकड़ों अफसर और 10000 पुलिस जवान प्रधानमंत्री जी के सुरक्षा में तैनात थे। दरअसल मामला यह है कि प्रधानमंत्री जी को भटिंडा से अगले चुनाव रैली के लिए हेलीकॉप्टर से जाना था लेकिन जल्दबाजी में बाय रोड जाने का फैसला बनाया गया। मामला कुछ ऐसा है कि रैली में 70000 बैठक क्षमता की कुर्सियां लगाई गई थी मगर अफसोस किसानों के साथ नाइंसाफी के वजह से पंजाब की जनता प्रधानमंत्री जी की रैली को बाइकाट कर चुके थे और रैली में मात्र 700 लोगों की उपस्थिति हुई। इस बात की सूचना मिलते ही प्रधानमंत्री जी ने अपनी रैली को कैंसिल किया और एयरपोर्ट आकर ऐसी बात कही की जो बात एक प्रधानमंत्री की गरिमा को धूमिल करता है। दरअसल भारतीय जनता पार्टी एक नैरेटिव सेट करना चाहती है और पंजाब की कांग्रेस सरकार को बदनाम करना चाहती है। मगर भाजपा की सारी कलाबाजी धरी की धरी रह गई।

हम प्रधानमंत्री पद की गरिमा को सम्मान करते हैं और उनकी सुरक्षा का चिंता भी करते हैं। प्रधानमंत्री किसी पार्टी विशेष नहीं होता वह पूरे देश का होते हैं। मगर भारतीय जनता पार्टी जिस प्रकार की प्रोपेगेंडा सेट करना चाहती है वह बिल्कुल भी निराधार है, झूठ है। भारतीय जनता पार्टी से यही उम्मीद था क्योंकि पूरा देश ने देखा है कि कैसे किसानों के साथ बर्बरता की गई, 700 से अधिक किसान शहीद हो गए, मगर प्रधानमंत्री जी ने उफ तक नहीं किया। शायद इसीलिए रैली में भीड़ नहीं आई और प्रधानमंत्री मोदी जी को रैली छोड़कर वापस जाना पड़ा। संयुक्त किसान मोर्चा का बयान भारतीय जनता पार्टी के मुंह पर तमाचा है, किसान मोर्चा ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि किसानों के द्वारा प्रधानमंत्री जी का विरोध हो रहा था मगर दूर में हो रहा था जो उनके पास थे वह तो भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता थे।

मैं भाजपा से आखिर में एक बात बोलना चाहूंगी आप लोग जो प्रोपेगेंडा सेट करके लोगों तक पहुंचा रहे हैं कि पंजाब में प्रधानमंत्री जी के जान को खतरा था इससे सीधा-सीधा आप पंजाब के तीन करोड़ जनता के ऊपर संदेह खड़ा कर रहे हैं। जो कि बिल्कुल गलत है भारतीय जनता पार्टी को पंजाब वासियों की अपमान करने का कोई हक नहीं है। मैं बता दूं भारतीय जनता पार्टी के लोग जितना तिरंगा अपने पार्टी और संघ के कार्यालय में फाहराए नहीं होंगे उससे ज्यादा पंजाब के वीर सपूतों की लाशों में लपेटे जा चुके हैं। पंजाब के हर एक गांव हर एक मोहल्ले का युवा देश के लिए अपनी कुर्बानी दिया है। भारतीय जनता पार्टी अभी भी समय है होश में आ जाओ और अपने कर्मों और काबिलियत के दम पर जनता के बीच पहुंचकर वोट मांगो। ऐसे झूठे प्रोपेगेंडा सेट करके कुछ हासिल नहीं होगा, देश को तोड़ने की राजनीति बंद करो।