रायपुर पुलिस द्वारा मेड़िकल व्यवसायियों की ली गई बैठक, नशें के विरुद्ध अभियान जारी

रायपुर पुलिस द्वारा मेड़िकल व्यवसायियों की ली गई बैठक, नशें के विरुद्ध अभियान जारी

January 13, 2021 0 By Central News Service

रायपुर पुलिस द्वारा मेड़िकल व्यवसायियों की ली गई बैठक, नशें के विरुद्ध अभियान जारी
विवरण – रायपुर पुलिस का नशे के विरूद्ध अभियान लगातार जारी है, जिसमें रायपुर पुलिस द्वारा नशे के कई अलग – अलग नशीले पदार्थो को पकड़ा गया है। जिसमें यह पाया गया कि नशा करने वाले अपराधी दूसरे नशे की ओर जा रहे है, जिसमें प्रतिबंधित नशीली टेबलेट/सिरप वर्तमान में मुख्य है। रायपुर पुलिस द्वारा प्रतिबंधित नशीली टेबलेट/सिरप का अवैध रूप से व्यवसाय करने वालों पर लगातार ताबड़तोड़ कार्यवाही की जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुये यह तथ्य सामने आया है कि कई मेड़िकल स्टोर के संचालक, एम.आर. एवं इस व्यवसाय से जुड़े अन्य लोग डाॅक्टर के लिखित पर्ची या अन्य किसी वैध कागजात/दस्तावेज के बगैर ही प्रतिबंधित नशीली टेबलेट/सिरप की खरीदी/बिक्री/सप्लाई कर रहे है, जो पूरी तरह से अवैध है। इस तरह से नशा करने वाले एवं अपराधिक व्यक्तियों को आसानी से बिना किसी वैध कागजात/दस्तावेज के बैगर ही प्रतिबंधित नशीली टेबलेट/सिरप प्राप्त हो जाते है। ऐसे लोग नशीली टेबलेट/सिरप का सेवन कर चाकूबाजी, मारपीट सहित कई अन्य बड़ी अपराधों को अंजाम देते है। इसी तारतम्य में आज दिनांक 13.01.21 को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर रायपुर लखन पटले, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी रायपुर, नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन नसर सिद्धकी एवं प्रभारी सायबर सेल आर.के.साहू द्वारा मेडिकल व्यवसाय से जुड़े व्यक्तियों की बैठक आहूत की गई। बैठक में रायपुर पुलिस के अधिकारीगण, ड्रग्स विभाग के अधिकारीगण एवं विभिन्न मेडिकल स्टोर के संचालक, मेडिकल एसोसियेशन के सदस्य, दवाईयों की सप्लाई करने वालों सहित इस व्यवसाय से जुड़े अन्य लोग उपस्थित रहें। बैठक में उपस्थित अधिकारियों द्वारा मेडिकल व्यवसाय से जुड़े लोगों को डाॅक्टर के लिखित पर्ची या अन्य किसी वैध कागजात/दस्तावेज के बगैर प्रतिबंधित नशीली टेबलेट/सिरप की खरीदी/बिक्री/सप्लाई नहीं करने के निर्देश दिये गये। दवाईयों के होलसेलर/रिटेलर व्यवसायियों को खरीदी/बिक्री/सप्लाई करने के निर्धारित नियमों का पूर्णतः पालन करने हेतु भी निर्देशित किया गया है। बैठक में ड्रग्स विभाग एवं पुलिस विभाग की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया है। टीम कभी भी उक्त तथ्यों के संबंध में जांच कर सकती है।