महासमुंद संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर हर गांव, हर घर पानी मुहैया कराने कर रहे है.. पानी टंकी निर्माण व पाइप लाइन का विस्तारी करण कार्य…पिरदा,मालीडीह व कुकराडीह में पौने दो करोड़ के विकास कार्यों की दी सौगात ..
December 24, 2021
संपादक मनोज गोस्वामी
महासमुंद 24 दिसंबर 2021/ संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने कहा कि जल्द ही आने वाले दिनों में हर घर को साफ पानी सुलभ हो सकेगा। जल जीवन मिशन योजना के तहत पानी टंकी के साथ ही पाइपलाइन विस्तारीकरण का कार्य कराया जा रहा है। गांवों में पेयजल किल्लत दूर होने के साथ ही प्रति व्यक्ति प्रति दिन के हिसाब से घरों तक पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
आज शुक्रवार को ग्राम पिरदा, मालीडीह व कुकराडीह में करीब पौने दो करोड़ की लागत से जल जीवन मिशन के तहत पानी टंकी निर्माण व पाइपलाइन विस्तारीकरण कार्य के शुभांरभ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। आज शुक्रवार को यहां भूमिपूजन समारोह का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद अध्यक्ष यतेंद्र साहू ने की। विशेष अतिथि के रूप में जिला पंचायत सदस्य अमर चंद्राकर, जनपद सदस्य रमाकांत ध्रुव, दाऊलाल चंद्राकर, अरुण चंद्राकर, सरपंच जयंती पटेल, जीवन साहू, जसबीर ढिल्लो, सचिन गायकवाड़, सुनील चंद्राकर मौजूद थे।
मुख्य अतिथि संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि भूपेश सरकार द्वारा लगातार जनहित में फैसले लिए जा रहे हैं। आज महासमुंद क्षेत्र की तस्वीर बदल रही है। हर क्षेत्र में प्राथमिकता के साथ विकास कार्य कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कहा कि प्रदेश के किसानों का धान सबसे ज्यादा प्रति क्विंटल 25 सौ 40 रुपए में खरीदा जा रहा है। किसानों को धान की कीमत अगले साल इससे भी ज्यादा मिलेगी। भूपेश सरकार किसानों व आमजनों की सरकार है। किसानों की लगातार सुध ली जा रही है। आज किसानों के जेब मे पैसा है और उन्नति कर रहे हैं। उन्होंने ग्रामीणों की मांगों पर उचित पहल करने का आश्वासन दिया। इसके पूर्व संसदीय सचिव व विधायक सहित अतिथियों के पहुंचने पर ग्रामीणों ने गाजेबाजे व आतिशबाजी के साथ स्वागत किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से घनश्याम पटेल, रौनक अग्रवाल, दीपक साहू, सेवालाल ध्रुव, देवनारायण ध्रुव, देवकी ध्रुव, बलदाउ चंद्राकर, बैशाखू धीवर, जोहन ध्रुव, भुनेश्वर ध्रुव, मुना साहू, जयराम ध्रुव, चतुर सिंग, अमर सिंह, छबीराम, हेमद ध्रुव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।